नई दिल्ली : उतार चढ़ाव से भरी वनडे सीरीज जीतकर आत्मविश्वास से ओत-प्रोत भारतीय टीम कल से यहां शुरू होने वाली टी20 सीरीज में भी जीत ही एकमात्र लक्ष्य का मूलमंत्र के साथ उतरेगी जहां उसका पहला लक्ष्य तेज गेंदबाज आशीष नेहरा को विजयी विदाई देकर न्यूजीलैंड के खिलाफ खेल के सबसे छोटे प्रारूप में अपना खाता खोलना होगा। लगभग 19 साल पहले टेस्ट क्रिकेट के रूप में अपना पहला मैच खेलने वाले नेहरा ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि उनके घरेलू मैदान फिरोजशाह कोटला में होने वाला पहला टी20 मैच उनका आखिरी इंटरनेशनल मैच होगा।
इस 38 वर्षीय तेज गेंदबाज ने भारत की तरफ से अपना आखिरी मैच भले ही इस साल एक फरवरी को बेंगलुरू में खेला था लेकिन संन्यास की पूर्व घोषणा के कारण उनका इस मैच में खेलना तय है। नेहरा ने अपना अंतिम टेस्ट मैच अप्रैल 2004 जबकि आखिरी वनडे विश्व कप 2011 में खेला था लेकिन वह आईपीएल और अन्य टूर्नामेंटों में नियमित तौर पर खेलते रहे हैं और इस बीच छोटे प्रारूप में भारतीय टीम का हिस्सा भी बने रहे। दिल्ली का यह तेज गेंदबाज अपने परिजनों और शहर के दर्शकों के सामने जब आखिरी मैच खेलने के लिये उतरेगा तो निश्चित तौर पर मैदान के अंदर और बाहर भावनाओं का ज्वार भी उमड़ रहा होगा। यह देखना जरूर दिलचस्प होगा कि नेहरा को किस गेंदबाज के स्थान पर अंतिम एकादश में रखा जाता है क्योंकि आस्ट्रेलिया के खिलाफ दो टी20 मैचों में भारत भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह, हार्दिक पांडया, युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव के साथ उतरा था।
भुवनेश्वर कानपुर में आखिरी वनडे में नियंत्रित गेंदबाजी नहीं कर पाये थे और उनको विश्राम दिया जा सकता है। प्रत्येक क्रिकेटर चाहता है कि उनका साथी जीत से विदाई ले तथा वर्तमान टीम भी नेहरा को यह सम्मान देने में कसर नहीं छोड़गी। अगर भारत जीत दर्ज करता है तो यह उसकी न्यूजीलैंड के खिलाफ टी20 में पहली जीत भी होगी। इससे भारत जहां हार के अपने क्रम को तोड़ेगा वहीं आखिरी दो वनडे की जीत से मिली विजयी लय भी जारी रखेगा। भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ जो पांच टी20 मैच खेले हैं उन सभी में उसे हार का सामना करना पड़ा। इनमें पिछले साल विश्व टी20 चैंपियनशिप का नागपुर में खेला गया मैच भी शामिल है जब भारतीय टीम 79 रन पर ढेर हो गयी थी। न्यूजीलैंड एकमात्र ऐसी टीम है जिसके खिलाफ भारत अब तक छोटे प्रारूप में जीत दर्ज नहीं कर पाया है। पूरी संभावना है कि यह क्रम वर्तमान सीरीज में टूट जाएगा। लेकिन कोहली की टीम के लिये यह आसान भी नहीं होगा क्योंकि जिस तरह से वनडे सीरीज में मैच काफी करीबी रहे और कीवियों ने अपने जज्बे और जोश का जानदार नमूना पेश किया उससे यह उम्मीद बन गयी है कि टी20 सीरीज भी रोमांचक होगी। न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों विशेषकर मध्यक्रम का प्रदर्शन काबिले तारीफ रहा है और कप्तान केन विलियमसन इसे टीम के लिए सकारात्मक पक्ष मानते हैं। विलियमसन के अलावा टाम लैथम और हेनरी निकोल्स ने मध्यक्रम में अच्छी बल्लेबाजी की है जबकि सलामी बल्लेबाज कोलिन मुनरो ने भी अपने शाट चयन से प्रभावित किया है।
मार्टिन गुप्टिल वनडे की असफलता की भरपायी टी20 में करने के लिये बेताब होंगे। नेहरा जहां अपने आखिरी मैच को यादगार बनाना चाहेंगे वहीं कप्तान कोहली भी अपने घरेलू मैदान पर पहली बड़ी पारी खेलने की कोशिश करेंगे। फिरोजशाह कोटला पर भारत अपना पहला टी20 मैच खेलेगा जहां कोहली ने कुछ यादगार पारियां खेली हैं। शिखर धवन का भी यह घरेलू मैदान पर है जिसमें अब तक वह टेस्ट और वनडे में बड़ी पारी नहीं खेल पाये हैं। धवन पर अच्छा प्रदर्शन करने का दबाव भी होगा क्योंकि पिछली आठ इंटरनेशनल पारियों में वह केवल एक अर्धशतक जमा पाये हैं। लोकेश राहुल टी20 के लिये टीम में हैं और धवन जानते हैं कि आगे किसी तरह की असफलता से उन्हें अंतिम एकादश में अपनी जगह गंवानी पड़ सकती है। आलराउंडर पांडया पर भी निगाहें टिकी रहेंगी क्योंकि वह अपनी सही लाइन व लेंथ तथा बल्लेबाजी में लप्पेबाजी से अंतर पैदा करने का माद्दा रखते हैं।
अच्छी फार्म में चल रहे श्रेयस अय्यर और तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज के रूप में दो नये चेहरे टीम में लिये हैं। अय्यर को मध्यक्रम में केदार जाधव की जगह पर मौका मिल सकता है लेकिन पहले मैच में नेहरा के खेलने के कारण सिराज को इंटरनेशनल क्रिकेट में पदार्पण के लिये थोड़ा इंतजार करना पड़ सकता है। कोटला की पिच के पिछले कुछ सालों के रवैये पर गौर करें तो यहां बल्लेबाजों के लिये रन बनाना बहुत आसान नहीं रहा है। भारत ने यहां अंतिम इंटरनेेशनल मैच पिछले साल वनडे के रूप में न्यूजीलैंड के खिलाफ ही खेला था। उसमें भारतीय टीम 243 रन का लक्ष्य भी हासिल नहीं कर पायी थी। मैच में ओस की भूमिका भी अहम होगी। बाद में गेंदबाजी करने वाली टीम को इससे अधिक जूझना पड़ सकता है और ऐसे में टास की भूमिका भी महत्वपूर्ण बन जाएगी। भारत जहां कोटला पर अपना पहला टी20 मैच खेलेगा वहीं न्यूजीलैंड ने पिछले साल विश्व टी20 में एक मैच यहां खेला था जिसमें उसे इंग्लैंड के हाथों सात विकेट से हार का सामना करना पड़ा था।