नई दिल्ली : दिल्ली के कुख्यात प्रदूषण के बीच कप्तान विराट कोहली के रिकार्ड लगातार दूसरे दोहरे शतक से भारत ने तीसरे और अंतिम क्रिकेट टेस्ट के दूसरे दिन आज यहां पहली पारी सात विकेट पर 536 रन पर घोषित करने के बाद श्रीलंका का स्कोर तीन विकेट पर 131 रन करके अपनी पलड़ा भारी रखा। लंच के बाद भारतीय पारी के दौरान प्रदूषण के कारण दो बार खेल रोकना पडा और श्रीलंका के खिलाडियों की चिंता के बीच मैच जारी रखने के लिए कोहली को पारी घोषित करने के लिए बाध्य होना पड़ा। कोहली ने अपने करियर और कोटला मैदान पर सर्वश्रेष्ठ पारी खेलते हुए 287 गेंद में 25 चौकों की मदद से 243 रन बनाए और इस दौरान रोहित शर्मा (65) के साथ पांचवें विकेट के लिए 135 रन भी जोड़।
कोहली अपनी इस पारी के दौरान टेस्ट इतिहास में सर्वाधिक छह दोहरे शतक जड़ने वाले पहले कप्तान और लगातार दो दोहरे शतक जड़ने वाले दूसरे भारतीय बल्लेबाज भी बने। साथ ही इस साल 1000 रन के आंकडे को छूने वाले चौथे बल्लेबाज बने। श्रीलंका की ओर से चाइनामैन गेंदबाज लक्षण संदाकन सबसे सफल गेंदबाज रहे जिन्होंने 167 रन देकर चार विकेट चटकाए। तेज गेंदबाज लाहिरू गमागे ने 95 रन देकर दो जबकि आफ स्पिनर दिलरूवान परेरा ने 145 रन देकर एक विकेट चटकाया। श्रीलंकाई टीम इसके बाद मोहम्मद शमी (30 रन पर एक विकेट), इशांत शर्मा (44 रन पर एक विकेट) और रविंद्र जडेजा (24 रन पर एक विकेट) की उम्दा गेंदबाजी के सामने 75 रन पर तीन विकेट गंवाकर संकट में थी। एंजेलो मैथ्यूज (नाबाद 57 ) और कप्तान दिनेश चांदीमल (नाबाद 25) ने इसके बाद चौथे विकेट के लिए 56 रन की अटूट साझेदारी करके पारी को संभाला। खराब रोशनी के कारण निर्धारित समय से कुछ देर पहले खेल समाप्त करना पड़ा। श्रीलंका की टीम अब भी 405 रन से पिछड़ रही है जबकि उसके सात विकेट शेष हैं। सलामी बल्लेबाज सदीरा समरविक्रम के कल क्षेत्ररक्षण के दौरान हेलमेट पर गेंद लगने से चोटिल होने के कारण परेरा आज करूणारत्ने के साथ पारी का आगाज करने के लिये उतरे। करूणारत्ने (शून्य) ने शमी की पारी की पहली ही गेंद पर विकेटकीपर ऋद्धिमान साहा को कैच थमा दिया जबकि धनंजय डिसिल्वा (01) को इशांत ने पगबाधा किया।
चाय के बाद पहले ही ओवर में शमी की गेंद पर शिखर धवन ने दूसरी स्लिप में परेरा का कैच टपका दिया। वह इस समय 16 रन बनाकर खेल रहे थे। कप्तान कोहली ने भी छह रन निजी स्कोर पर इशांत की गेंद पर एंजेलो मैथ्यूज का कैच टपकाया। शुरूआती परेशानी के बाद मैथ्यूज और परेरा ने कुछ अच्छे शाट खेले। मैथ्यूज ने इशांत के ओवर में तीन चौके मारे। परेरा ने रविंद्र जडेजा पर चौके के साथ 13वें ओवर में श्रीलंका का स्कोर 50 रन के पार पहुंचाया। जडेजा ने परेरा को पगबाधा करके इस साझेदारी को तोड़ा। मैदानी अंपायर नाइजेल लांग ने जडेजा की अपील ठुकरा दी थी लेकिन डीआरएस लेने पर फैसला गेंदबाज के पक्ष में गया। परेरा ने 54 गेंद में नौ चौकों की मदद से 42 रन बनाए। मैथ्यूज ने कप्तान चांदीमल के साथ मिलकर पारी को संभाला। मैथ्यूज ने आफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन पर लगातार दो छक्कों के साथ 72 गेंद में अर्धशतक पूरा किया और टीम का स्कोर 28वें ओवर में 100 रन के पार पहुंचाया।
भारतीय टीम सुबह चार विकेट पर 371 रन से आगे खेलने उतरी। कोहली और रोहित ने सुबह के सत्र में श्रीलंका के गेंदबाजों पर पूरी तरह दबदबा बनाए रखा। भारत ने पहले सत्र में 27.5 ओवर में एक विकेट गंवाकर 129 रन जोडे़। श्रीलंका ने गेंदबाजी की शुरूआत परेरा और संदाकन के साथ की। कोहली और रोहित को हालांकि इन दोनों के खिलाफ किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा। रोहित ने दिन के चौथे ओवर में संदाकन पर पारी का पहला छक्का मारा। श्रीलंका ने 97वें ओवर में दूसरी नयीं गेंद ली और कोहली ने सुरंगा लकमल की पहली ही गेंद पर चौके के साथ भारत का स्कोर 400 रन के पार पहुंचाया। परेरा की गेंद पर दो रन के साथ कोहली ने 190 रन के स्कोर को पार किया। भारतीय कप्तान ने लकमल की गेंद पर पुल शाट से दो रन बटोरकर 238 गेंद में अपना छठा दोहरा शतक पूरा किया। कोहली ने सभी दोहरे शतक कप्तान के रूप में जडे़ हैं। उन्होंने वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान और महान बल्लेबाज ब्रायन लारा को पीछे छोड़ जिन्होंने कप्तान के रूप में पांच दोहरे शतक जडे़ थे।
कोहली ने इसके साथ ही भारत की ओर से सर्वाधिक दोहरे शतक के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर और पूर्व आक्रामक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग के रिकार्ड की भी बराबरी कर ली। नागपुर में दूसरे टेस्ट में 213 रन की पारी खेलने वाले कोहली लगातार दो दोहरे शतक जड़ने वाले सिर्फ दूसरे भारतीय और दुनिया के पांचवें बल्लेबाज हैं। उनसे पहले भारत के लिए विनोद कांबली ने 1993 में इंग्लैंड के खिलाफ मुंबई में 224 और जिंबाब्वे के खिलाफ दिल्ली में 227 रन की पारी खेलकर यह उपलब्धि हासिल की थी। रोहित ने परेरा पर छक्के के साथ 88 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। वह हालांकि लंच से पहले की संदाकन की अंतिम गेंद पर विकेटकीपर निरोशन डिकवेला को कैच दे बैठे। रोहित ने 102 गेंद का सामना करते हुए सात चौके और दो छक्के मारे। कोहली हालांकि इसके बाद संदाकन की गेंद पर पगबाधा हो गए। गमागे ने इससे पहले रविचंद्रन अश्विन (चार) की पारी का अंत किया। गमागे और लकमल इस बीच सांस लेने के तकलीफ के कारण ओवर बीच में छोड़कर बाहर चले गए। समरविक्रम के मैदान पर नहीं उतरने के कारण श्रीलंका के पास क्षेत्ररक्षक कम पड़ गए और पारी के 128वें ओवर में खेल रोकना पड़ा जिसके बाद कोहली ने पारी घोषित कर दी। इस समय साहा नौ और रविंद्र जडेजा पांच रन बनाकर खेल रहे थे।