नई दिल्ली : भारतीय कप्तान विराट कोहली की पसंद रवि शास्त्री टीम इंडिया के नये कोच बने और अब शास्त्री की पसंद भरत अरुण को भारतीय टीम का गेंदबाजी कोच नियुक्त कर दिया गया है। अरुण के साथ संजय बांगड़ को सहायक कोच बनाने का फैसला किया गया है। शास्त्री ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को अरुण को गेंदबाजी कोच बनाने की सिफारिश की थी। अरुण नये कोच शास्त्री के अंडर-19 और भारतीय टीम के साथी रहे थे।
शास्त्री जब भारत के टीम निदेशक थे तब भी अरुण ने टीम इंडिया के गेंदबाजी कोच की जिम्मेदारी संभाली थी। यह फैसला शास्त्री और बीसीसीआई की चार सदस्यीय समिति की मंगलवार को हुई बैठक में किया गया। इस नियुक्ति का मतलब है कि शास्त्री अपने उसी सपोर्ट स्टाफ के साथ काम करेंगे जो उनके टीम इंडिया के निदेशक के रहते हुये था। इस स्टाफ में फील्डिंग कोच आर. श्रीधर को भी शामिल किया गया है। भारत के सपोर्ट स्टाफ को 2019 के विश्वकप तक के लिये दो साल का अनुबंध दिया गया है। शास्त्री ने यह भी पुष्टि कर दी है कि पूर्व बल्लेबाज राहुल द्रविड़ और जहीर खान टीम के साथ सलाहकार के रूप में रहेंगे।
शास्त्री ने चार सदस्यीय समिति के साथ बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत में इस बात की पुष्टि की कि द्रविड़ और जहीर सलाहकार के रूप में रहेंगे। उन्होंने कहा-मैंने इन दोनों दिग्गज खिलाडिय़ों से 3-4 दिन पहले बात की थी और वे इस बात के लिये सहमत थे। नये कोच ने कहा-दोनों ही देश के लिये बेहतरीन क्रिकेटर रहे हैं और उनकी सलाह हमारे लिये बहुमूल्य होगी। एक बार वे संबंधित अधिकारियों से इस बारे में बात करेंगे फिर वे हमारे साथ सलाहकार के रूप में जुड़ जाएंगे। इस मामले को लेकर कहीं कोई विवाद नहीं है। इससे पहले शास्त्री ने बीसीसीआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल जौहरी के साथ सोमवार को मुंबई में हुई बैठक में अरुण के नाम की पेशकश की थी।
बीसीसीआई ने जब शास्त्री को कोच नियुक्त करने के साथ-साथ पूर्व तेज गेंदबाज जहीर खान को गेंदबाजी कोच और पूर्व बल्लेबाज राहुल द्रविड़ को विदेशी दौरों के लिये बल्लेबाजी सलाहकार नियुक्त किया था तब शास्त्री को ये दोनों ही नियुक्तियां रास नहीं आयीं और उन्होंने अपनी आपत्ति बीसीसीआई को व्यक्त कर दी थी। बीसीसीआई की समिति में बोर्ड के कार्यवाहक अध्यक्ष सीके खन्ना, कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी और सीओए के सदस्य डायना इडुलजी शामिल हैं। यह समिति तब अस्तित्व में आयी जब द्रविड़ और जहीर के नामों की घोषणा के बाद उलझन भरी स्थिति पैदा हो गयी। राय ने कहा था कि इनके नाम सिर्फ सिफारिशें हैं और इन्हें अंतिम नहीं माना जाये।
सचिन तेंदुलकर, सौरभ गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण की तीन सदस्यीय क्रिकेट सलाहकार समिति ने शास्त्री के साथ-साथ जहीर और द्रविड़ के नामों की सिफारिश की थी। सीओए ने इस बात पर नाराजगी जताई थी कि उसकी मंजूरी के बिना ही सीएसी ने द्रविड़ और जहीर को कैसे चुन लिया। अब अरुण को जब गेंदबाजी कोच नियुक्त कर दिया गया है तो उन्हें अपने हितों के टकराव का मामला देखना होगा क्योंकि सीओए ने साफ कहा है कि उन्हें और अन्य सपोर्ट स्टाफ को हितों के टकराव के मुद्दे को पहले सुलझा लेना होगा। अरुण पिछले सत्र तक रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के गेंदबाजी कोच थे। वह तमिलनाडु प्रीमियर लीग में भी एक टीम के साथ कोच के रूप में जुड़े हुये हैं। उल्लेखनीय है कि द्रविड़ को जब भारत ए और अंडर-19 टीमों का कोच नियुक्त किया गया था तब उन्होंने आईपीएल टीम दिल्ली डेयरडेविल्स का कोच पद छोड़ दिया था। जहीर का भी दिल्ली डेयरडेविल्स के साथ अनुबंध है और वह पिछले सत्र में इस टीम के कप्तान रहे थे।