जोहानिसबर्ग : दक्षिण अफ्रीका ने भारतीय कप्तान विराट कोहली और अंजिक्य रहाणे को शाम के सत्र में पवेलियन भेजकर तीसरे और अंतिम टेस्ट मैच के शुरूआती दिन आज यहां अपना पलड़ा भारी रखा। भारत ने चार विकेट पर 141 रन बनाये हैं। कोहली (54) अपना 16वां अर्धशतक पूरा करने के बाद पवेलियन लौट गये जबकि श्रृंखला में अपना पहला मैच खेल रहे रहाणे नोबाल पर जीवनदान मिलने के बाद अधिक देर तक नहीं टिक पाये। चेतेश्वर पुजारा 48 रन पर खेल रहे हैं। वह अब भी पारी संवारने में लगे हुए हैं। उन्होंने 172 गेंदें खेली हैं तथा 8 चौके लगाये हैं। दूसरे छोर पर पार्थिव पटेल एक रन पर नाबाद है ।
कोहली और पुजारा ने तीसरे विकेट के लिये 84 रन की साझेदारी की। इन दोनों में विशेषकर कोहली ने कुछ अच्छे शाट खेले। भारत 29वें ओवर में 50 रन के पार पहुंचा। कोहली जब 32 रन पर थे तब उन्हें दूसरा जीवनदान मिला। एबी डिविलियर्स ने मोर्ने मोर्कल (35 रन देकर एक विकेट) की गेंद पर तीसरी स्लिप में उनका कैच छोड़ा। उन्होंने इसके बाद भी आक्रामक रवैया अपनाये रखा। इस बीच उनका कैगिसो रबाडा (31 रन देकर एक) के साथ रोचक जंग भी देखने को मिली। भारत ने लंच के बाद पहले घंटे में 50 रन जोड़े। इस बीच भारतीय कप्तान ने 101 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया। इसके बाद हालांकि भाग्य ने उनका साथ नहीं दिया तथा 43वें ओवर में लुंगी एनगिडी (सात रन देकर एक विकेट) की गेंद पर डिविलियर्स ने उनका कैच लपक दिया।
भारत ने 46वें ओवर में 100 रन का आंकड़ा पार किया। वर्नोन फिलैंडर (22 रन देकर एक) की गेंद पर उन्हें कैच आउट दिया गया लेकिन यह नोबाल निकल गयी। रहाणे इसका फायदा नहीं उठा पाये मोर्कल की गेंद उन्हें पगबाधा आउट दे दिया गया। बल्लेबाज ने रिव्यू लिया। गेंद लेग साइड की तरफ जा रही थी और केवल स्टंप को स्पर्श कर रही थी लेकिन अंपायर ने अपना फैसला नहीं बदला। उन्होंने नौ रन बनाये। इससे पहले घसियाली पिच पर टास जीतकर बल्लेबाजी करने वाले भारत ने दोनों सलामी बल्लेबाजों लोकेश राहुल (शून्य) और मुरली विजय (08) के विकेट 8.4 ओवर में गंवा दिये जिससे टीम का स्कोर दो विकेट पर 13 रन हो गया।
श्रृंखला में 0-3 के वाइटवाश से बचने के लिये भारत ने जीवंत पिच पर पहले बल्लेबाजी करने का हैरानी भरा फैसला किया, जबकि रात और सुबह में हुई बारिश से परिस्थितियों में थोड़ा बदलाव हुआ। भारत ने अपने सलामी बल्लेबाजों के विकेट जल्दी खो दिये। फिलैंडर की गेंद राहुल के बल्ले का अंदरूनी किनारा लेकर विकेटकीपर क्विंटन डिकाक के दस्तानों में समा गयी। विजय भी नौंवे ओवर में रबाडा की गेंद पर विकेट के पीछे कैच देकर पवेलियन लौटे।
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