लंदन: भारत आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी के ‘क्वार्टर फाइनल’ मुकाबले में कल जब दक्षिण अफ्रीका के साथ खेलेगा। विराट खोली की कप्तानी की यह सबसे कठिन परीक्षा होगी। श्रीलंका से मिली हार के बाद भारत का मनोबल जरूर टूटा होगा। ऐसे में भारतीय टीम और खासकर कोहली को यह सुनिश्चित करना होगा कि दबाव के आगे घुटने टेकने वाली दक्षिण अफ्रीका एक बार फिर ‘चोकर्स’ साबित हो।
चैंपियंस ट्रॉफी में गुरुवार को भारत 7 विकेट से श्रीलंका से हार गया। एक ओर जहां मैच से पहले लग रहा था कि टीम इंडिया इसी मुकाबले में सेमीफाइनल का टिकट पा लेगी वहीं मैच के बाद अब हालात ये हैं कि साउथ अफ्रीका के साथ 11 जून को होने वाला मैच भारत के लिए करो या मरो का होगा।
भारत यदि हारता है तो टूर्नामेंट से बाहर हो जायेगा और अगर दक्षिण अफ्रीका हारती है तो दुनिया की नंबर वन टीम अंतिम चार में नहीं पहुंच सकेगी। मैदान के बाहर के विवादों के बीच कोहली के लिए इस मैच में गलती की कोई गुंजाइश नहीं है। वहीं एबी डिविलियर्स को साबित करना होगा कि टेस्ट क्रिकेट से बाहर रहने के उनके फैसले का सीमित ओवरों में उनके कौशल पर कोई असर नहीं पड़ा है।
दक्षिण अफ्रीका के पास किंटोन डिकाक, जेपी डुमिनी और डेविड मिलर जैसे तीन बेहतरीन बल्लेबाज है। लिहाजा अंतिम एकादश में आफ स्पिनर आर अश्विन को उतारा जा सकता है। रविंद्र जडेजा जो पिछले मैच में बिल्कुल नहीं चल सके थे। अश्विन के पास स्वाभाविक विविधता है और पिछले दो मैचों से बाहर रहने के बाद वह अच्छे प्रदर्शन को लालायित होंगे।
टीमें-
भारत: विराट कोहली (कप्तान), शिखर धवन, रोहित शर्मा, युवराज सिंह, एम एस धोनी, हार्दिक पांड्या, केदार जाधव, आर अश्विन, रविंद्र जडेजा, उमेश यादव, भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमरा, मोहम्मद शमी, दिनेश कार्तिक, अजिंक्य रहाणे ।
दक्षिण अफ्रीका: एबी डिविलियर्स (कप्तान), हाशिम अमला, किंटोन डिकाक, डेविड मिलर, जेपी डुमिनी, फाफडु प्लेसिस, इमरान ताहिर, केशव महाराज, फरहान बेहार्डियेन, क्रिस मौरिस, वेन परनेल, एंडिले पी, ड्वेन प्रिटोरियस, कागिसो रबाडा ।