भारत के यॉर्करमैन जसप्रीत बुमराह (54 रन पर पांच विकेट) ने अपने करियर में पहली बार पांच विकेट हासिल करते हुए दक्षिण अफ्रीका को तीसरे और अंतिम टेस्ट के दूसरे दिन गुरुवार को 194 रन पर समेट दिया। भारत ने अपनी दूसरी पारी में दिन का खेल समाप्त होने तक एक विकेट खोकर 49 रन बना लिए हैं और उसके पास 42 रन की बढ़त हो गई है। भारत ने पहली पारी में सात रन से पिछड़ने के बाद दूसरी पारी में ओपनिंग के लिए विकेटकीपर पार्थिव पटेल को मुरली विजय के साथ उतारा। पटेल ने 15 गेंदों में तीन चौकों की मदद से 16 रन बनाए। पटेल का दुर्भाज्ञ रहा कि वेर्नोन फिलेंडर की गेंद उनके बल्ले का अंदरूनी किनारा लेने के बाद पैड से टकराई और फिर गली की तरफ उछल गई। एडन मार्करम ने अपने आगे गोता लगाते हुए जमीन से कुछ इंच ऊपर कैच लपक लिया।
इसके बाद विजय का साथ देने मैदान पर उतरे लोकेश राहुल और दोनों बल्लेबाजों ने शेष समय बिना किसी नुकसान के निकाल लिया। स्टंप्स के समय विजय 49 गेंदों पर 13 रन और राहुल 38 गेंदों पर 16 रन बनाकर क्रीज पर थे। दोनों ने दूसरे विकेट की साझेदारी में अविजित 32 रन जोड़ दिये हैं। सीरीज में यह पहला मौका है जब भारत ने एक विकेट गंवाकर 30 से ज्यादा रन बनाए हैं। इससे पहले बुमराह ने 18.5 ओवर में 54 रन पर पांच विकेट और भुवनेश्वर कुमार ने 19 ओवर में 44 रन पर तीन विकेट लेकर दक्षिण अफ्रीका को बड़ बढ़त हासिल करने से रोक दिया। दक्षिण अफ्रीका की पारी 65.5 ओवर में 194 रन पर सिमटी। इस तरह दक्षिण अफ्रीका को पहली पारी में सात रन की मामूली बढ़त मिली। भारत ने अपनी पहली पारी में 187 रन बनाए थे।
अपने करियर का तीसरा टेस्ट खेल रहे बुमराह ने 66वें ओवर में तीन गेंदों के अंदर दो विकेट निकालकर दक्षिण अफ्रीका को थाम दिया। दक्षिण अफ्रीका की पारी में हाशिम अमला ने 121 गेंदों पर सात चौकों की मदद से सर्वाधिक 61 रन बनाए जबकि तेज गेंदबाज वेर्नोन फिलेंडर ने 55 गेंदों में पांच चौकों के सहारे 35 रन और नाइट वाचमैन कैगिसो रबादा ने 84 गेंदों में छह चौकों की मदद से 30 रन बनाए। अन्य कोई बल्लेबाज दहाई की संख्या में नहीं पहुंच सका। बुमराह के तीन गेंदों में दो विकेट लेकर दक्षिण अफ्रीका की पारी को समेटते ही कप्तान विराट कोहली ने बुमराह को गले लगाकर उनकी पीठ थपथपाते हुए इस प्रदर्शन की बधाई दी।
बुमराह ने हाशिम अमला, कप्तान फाफ डू प्लेसि (8), कि्वंटन डी कॉक (8), आंडिले फेहलुकवायो (9) और लुंगीसानी एनगिदी (0) को अपना शिकार बनाया। कल एडम मार्करम को आउट करने वाले भुवनेश्वर ने आज डीन एल्गर (4) और खतरनाक बल्लेबाज एबी डीविलियर्स (5) के विकेट निकाले। इशांत शर्मा ने रबादा को बोल्ड किया जबकि मोहम्मद शमी ने फिलेंडर को बुमराह के हाथों कैच कराया। भारतीय गेंदबात्रों ने दूसरे दिन सुबह के सत्र में दो विकेट, दूसरे सत्र में चार विकेट और तीसरे सत्र में चार विकेट निकाले। दक्षिण अफ्रीका ने एक विकेट पर छह रन से आगे खेलना शुरु किया और लंच तक तीन विकेट पर 81 रन तथा चायकाल तक छह विकेट पर 143 रन बनाए।
सुबह अफ्रीकी टीम ने कल के एक विकेट पर छह रन से आगे खेलना शुरू किया था। उस समय डीन एल्गर चार रन और नाइटवाचमैन रबादा शून्य पर क्रीत्र पर थे। एल्गर ने 40 गेंदों तक टिकने का जज्बा दिखाया लेकिन अपने कल के स्कोर पर ही आउट हो गये। भारत को दिन की पहली सफलता जल्द ही तेत्र गेंदबात्र भुवनेश्वर ने दिलाई। भुवी ने एल्गर को विकेटकीपर बल्लेबात्र पार्थिव पटेल के हाथों कैच कराकर 16 के मामूली स्कोर पर दक्षिण अफ्रीका का दूसरा विकेट निकाला। लेकिन रबादा ने एक छोर पर टिकने का जज्बा दिखाते हुये 84 गेंदों में छह चौके लगाकर 30 रन जोड़। उन्होंने अमला के साथ तीसरे विकेट के लिये 64 रन की साझेदारी कर भारतीय गेंदबात्रों को परेशान किया और स्कोर को तीन विकेट पर 80 रन तक ले गये। रबादा को इशांत शर्मा ने अजिंक्या रहाणे के हाथों कैच कराया।
भुवनेश्वर ने सुबह काफी शानदार गेंदबाजी की। लंच के बाद उन्होंने जिस गेंद पर डीविलियर्स को बोल्ड किया वह वाकई शानदार बॉल थी। भुवी की यह गेंद लगभग छठे स्टंप पर पड़ और तेजी से सि्वंग होती हुई डीविलियर्स के डिफेंस को छकाते हुए मिडल स्टंप ले उड़। डीविलियर्स के आउट होते ही भारतीय गेंदबाज हावी होते चले गए। बुमराह ने डू प्लेसिस को बोल्ड किया और फिर डी कॉक को पटेल के हाथों कैच करा दिया। भारतीय गेंदबाजों के सामने चट्टान की तरह अड़कर खेल रहे अमला आखिर अपना धैर्य खो बैठे और उन्होंने बुमराह की गेंद को मारने की कोशिश की। लेकिन डीप स्क्वायर लैग पर हार्दिक पांड्या ने शानदार कैच लपक लिया। अमला 239 रन मिनट क्रीज पर रहे और 121 गेंदों का सामना कर 61 गेंद में सात चौके लगाए।
फिलेंडर के 75 मिनट में 55 गेंदों के संघर्ष को शमी ने उन्हें बुमराह के हाथों कैच कराकर समाप्त किया। बुमराह ने फिर फेहलुकवायो को पगबाधा कर और एनगिदी को पटेल के हाथों कैच कराकर मेजबान टीम की पारी को 194 रन पर समेट दिया। पटेल ने विकेट के पीछे चार कैच लपके। बुमराह के पांच और भुवनेश्वर के तीन विकेट के अलावा इशांत ने 14 ओवर में 33 रन पर एक विकेट और शमी ने 12 ओवर में 46 रन पर एक विकेट लिया।
अधिक जानकारियों के लिए यहाँ क्लिक करें।