पूर्व आस्ट्रेलियाई क्रिकेटर मार्क वॉ ने आईपीएल टीम दिल्ली डेयरडेविल्स के 18 वर्षीय बल्लेबाज पृथ्वी शॉ के प्रदर्शन और फार्म की तारीफ करते हुये उनकी तकनीक की तुलना मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर से की है। इंडियन प्रीमियर लीग(आईपीएल) के 11वें संस्करण में स्टार स्पोर्ट्स सेलेक्ट डगआउट पैनल में विशेषज्ञ मार्क ने पृथ्वी की तकनीक की तुलना पूर्व बल्लेबात्र सचिन से की है।
वॉ ने कहा’ पृथ्वी में पहली चीज जो मैंने देखी वह उनकी तकनीक थी और यह सचिन से मिलती जुलती है। उनकी ग्रिप और उनका स्टांस सचिन से मिलता है। वह क्रीज पर स्थिरता के साथ खड़ रहते हैं और अपने शॉट विकेट के चारों तरफ खेलते हैं।
वह गेंद को काफी देर से खेलते हैं जिससे पता चलता है कि उनके पास अपने शॉट खेलने के लिए कितना समय रहता है। उनका स्ट्रोक प्ले शानदार है और वह किसी भी गेंदबाज पर शॉट खेल सकते हैं। मुझे तो वह सचिन जैसे दिखाई देते हैं।’ सचिन ने भी अपने स्कूली करियर के दौरान यादगार तिहरा शतक बनाया था जिससे वह राष्ट्रीय स्तर की सुर्खियों में आ गये थे।
सचिन की तरह पृथ्वी ने भी मात्र 14 साल की उम, में एक स्कूली मैच में 546 रन बनाये थे जो उस समय स्कूली क्रिकेट में सबसे बड़ स्कोर था। 18 साल के पृथ्वी मुंबई की रणजी ट्राफी टीम के नियमित सदस्य हैं और इस आईपीएल में तीन बेहतरीन पारियां खेल चुके हैं। पृथ्वी ने दिल्ली के लिये अब तक अहम भूमिका निभाई है और चार मैचों में 166.66 के स्ट्राइक रेट से 140 रन बनाये हैं।
उन्होंने राजस्थान रायल्स के खिलाफ बुधवार को दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान में वर्षा बाधित मैच में 25 गेंदों में चार चौकों और चार छक्कों की मदद से 47 रन की धुआंधार पारी खेली थी। पृथ्वी की तुलना न केवल सचिन से की जा रही है बल्कि उनके बैकलिफ्ट की तुलना भी वेस्टइंडीज के दिग्गज बल्लेबाज ब्रायन लारा से की जा रही है।यहां तक की पृथ्वी के कवर ड्राइव की तुलना भी मौजूदा समय के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक भारतीय कप्तान विराट कोहली के कवर ड्राइव से की जा रही है।
आईपीएल के उनके प्रदर्शन को देखा जाए तो उन्होंने गेंदों को उछालकर मारने के बजाय नियमित शॉट से रन बटोरे हैं और उनका स्ट्राइक रेट 166.67 का है। उन्होंने अब तक जिन 84 गेंदों का सामना किया है उनमें केवल पांच गेंदों को ही उठाकर मारा है। उन्होंने 23 रन आठ कवर ड्राइव से निकाले हैं जबकि 27 रन 10 ऑफ ड्राइव से लिये हैं। उन्होंने 13 कट और नौ पुल जमाये हैं। यही कारण है कि पृथ्वी की तुलना इतनी कम उम्र में सचिन जैसे दिग्गज बल्लेबात्र से की जाने लगी है। हालांकि उन्हें अभी एक लंबा सफर तय करना है और बड़ स्तर पर अपनी पहचान बनानी है।
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