नई दिल्ली : यूं तो क्रिकेट को हमेशा ही ‘अनिश्चितताओं का खेल’ कहा जाता है और फटाफट क्रिकेट यानि टी-20 में ये अनिश्चितताएं और भी ज्यादा बढ़ जाती हैं। हर गेंद पर क्या नतीजा निकलेगा कोई नहीं जानता. हारते-हारते टीम कब जीत जाती हैं और जीतते-जीतते कैसे हार जाती है कुछ नहीं कहा जा सकता. टी-20 में कब कौन सा खिलाड़ी चल जाए और कब कौन फ्लॉप हो जाए।
कुछ नहीं कर सकता. इस खेल के रिकॉर्ड भी अजब-गजब ही बनते हैं। अब एक बार फिर एक भारतीय खिलाड़ी ने टी-20 क्रिकेट में ऐसा रिकॉर्ड बनाया है, जिसे आज तक दुनिया का कोई गेंदबाज नहीं बना पाया है।
10 wickets!!! This 15-year-old has picked all 10 wickets in a #T20 match…https://t.co/TEtOmI74yi
— Sportstar (@sportstarweb) November 8, 2017
जब टीम इंडिया के पूर्व कोच अनिल कुंबले ने पाकिस्तान के खिलाफ एक पारी में 10 विकेट लेने का कारनामा किया था तो पूरी दुनिया में उसकी चर्चा हुई थी, क्योंकि अनिल कुंबले एक पारी में 10 विकेट लेने का कारनामा करने वाले ऐसे दूसरे खिलाड़ी थे। उनसे पहले ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी जिम लेकर इस कारनामे को कर चुके थे। जिम लेकर ने 1956 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ यह रिकॉर्ड बनाया था।
टेस्ट मैच की एक पारी में 10 विकेट लेना बहुत बड़ी बात है। बहुत कम गेंदबाज ऐसा कर पाते हैं। सीमित ओवरों के खेल में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अभी तक कोई भी खिलाड़ी 10 विकटे हासिल नहीं कर पाया है और टी-20 क्रिकेट में 10 विकेट लेने की बात सुनना ही असंभव सा लगता है, लेकिन स्थानीय मैच में राजस्थान के एक 15 साल के लड़के इस अनहोनी को होनी में बदल दिया है।
A 15-year-old Akash Choudhary, a left-arm medium pacer from Rajasthan, claimed all 10 wickets for no runs in a local T20 game played at Jaipur in the Late Bhawer Singh T20 tournament while playing for Disha Cricket Academy.
— Mohandas Menon (@mohanstatsman) November 8, 2017
सुनने में असंभव से लगने वाले इस रिकॉर्ड को राजस्थान के आकाश चौधरी ने संभव कर दिखाया है और वो भी शानदार रिकॉर्ड के साथ. एक घरेलू टी-20 मुकाबले में बाएं हाथ के तेज गेंदबाज आकाश चौधरी ने दिशा क्रिकेट एकेडमी की तरफ से खेलते हुए इस करिश्मे को करके दिखाया है।
स्व. भवेर सिंह टी20 टूर्नामेंट में पर्ल एकेडमी के खिलाफ आकाश ने यह उपलब्धि हासिल की। एक खबर के मुताबिक, यह टूर्नामेंट स्थानीय मैदान के मालिकों में से एक के दादा की याद में कराया जाता है।
पर्ल एकेडमी ने टॉस जीतने के बाद फील्डिंग का फैसला किया और दिशा क्रिकेट एकेडमी को निर्धारित 20 ओवरों में 156 रन बनाने दिए. जवाब में पर्ल एकेडमी की पूरी टीम चौधरी की शानदार गेंदबाजी के चलते सिर्फ 36 के स्कोर पर ऑल-आउट हो गई।
पहले ओवर में आकाश ने दो विकेट लिए। दूसरे और तीसरे ओवर में फिर दो विकेट लिए और अपने चौथे और आखिरी ओवर में चार विकेट लिए. आखिरी ओवर में आकाश ने हैट्रिक भी ले डाली। आकाश की गेंदबाजी की सबसे खास बात यह रही कि उसने 10 विकेट हासिल करते हुए एक भी रन नहीं दिया।
2002 में जन्मे आकाश राजस्थान-उत्तर प्रदेश बॉर्डर से सटे भरतपुर जिले से आते हैं। मैच में उनकी स्कोर लाइन 4-4-0-10 रही. अपनी इस कामयाबी पर आकाश का कहना है कि, ‘गेंद अच्छी स्विंग हो रही थी. बल्लेबाजों के लिए खेलना आसान नहीं था। इसलिए मैं सभी 10 विकेट लेने में सफल रहा।’
भरतपुर जिला क्रिकेट संघ के सचिव शत्रुघ्न तिवारी ने कहा, ‘इस लड़के में क्रिकेट का जूनुन है। वह पहले बीकानेर के शार्दुल स्पोर्ट्स स्कूल में था. फिर जयपुर गया। अब विवेक यादव की अरावली क्रिकेट एकेडमी में ट्रेनिंग लेता है। भरतपुर जिले से पिछले साल अंडर-14 खेला था. गरीब परिवार से है और कुछ दिन पहले ही आकाश के पिता महाराज सिंह शिक्षा मित्र हैं।’
गौरतलब है कि नेपाल के महबूब आलम 50 ओवर के मैच में 10 विकेट लेने का कारनामा कर चुके हैं। आलम ने 2008 में आईसीसी वर्ल्ड क्रिकेट लीग डिवीजन पांच टूर्नामेंट में मोजाम्बिक के खिलाफ 10 विकेट लिए थे।