पिछले छह महीने से भारतीय हाकी टीम से बाहर रहने को कैरियर का सबसे हताशापूर्ण दौर बताने वाले रूपिंदर पाल सिंह हाकी विश्व लीग फाइनल के लिये टीम में वापसी को नये सिरे से आगाज की तरह मान रहे हैं और उनका कहना है कि युवा खिलाड़यों से कड़ प्रतिस्पर्धा का सामना करना होगा।
भुवनेश्वर में अगले महीने होने वाले हाकी विश्व लीग फाइनल के लिये रूपिंदर ने भारत की 18 सदस्यीय टीम में वापसी की है। इस साल अप्रैल मई में अजलन शाह कप खेलने के बाद मांसपेशी की चोट के कारण वह टीम से बाहर थे।