बेंगलुरू: आईपीएल-11 में जीत की लय पर लौट चुकी रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू और राजस्थान रॉयल्स टीमों के बीच आज जबरदस्त मुकाबला होगा। बेंगलुरू और राजस्थान दोनों ने शुरूआती लड़खड़ट के बाद टूर्नामेंट में विजयी वापसी कर ली है। बेंगलुरू ने कल अपने ही मैदान पर किंग्स इलेवन पंजाब को तीन विकेट शेष रहते चार विकेट से हराया था जबकि राजस्थान ने जयपुर में वर्षा बाधित मुकाबले में दिल्ली डेयरडेविल्स को 10 रन से पराजित किया था। जबकि दूसरा मुकाबला धोनी की चैन्नई सुपरकिंग की टीम अशिवन की किंग्स इलेवन पंजाब से भिडे़ंगी।
विराट कोहली की कप्तानी वाली बेंगलुरू टीम के लिये इस समय सबसे सुखद बात यह है कि उसके स्टार और विस्टफोटक बल्लेबाज ए बी डीविलियर्स अपनी फार्म में लौट चुके हैं। डीविलियर्स ने पंजाब के खिलाफ मुकाबले में अपनी टीम को चार विकेट पर 87 रन की नाजुक स्थिति से उबारते हुये 57 रन की पारी खेलकर जीत दिलाई। डीविलियर्स ने 40 गेंदों पर दो चौके और चार छक्के उड़ाये। कप्तान विराट अच्छी शुरूआत तो कर रहे हैं लेकिन उसे बड़े स्कोर में बदल नहीं पा रहे हैं। विराट ने पिछले दो मैचों में 31 और 21 रन बनाये हैं। कि्वंटन डी काक का ओपनिंग में 47 रन बनाना विराट के लिये एक और अच्छी खबर है। बेंगलुरू का गेंदबाजी आक्रमण उमेश यादव, क्रिस वोक्स और कुलवंत खेजरोलिया की मौजूदगी में सशक्त है।
दूसरी ओर राजस्थान के लिये रहाणे ने पिछले मैच में शानदार प्रदर्शन किया था। रहाणे ने दिल्ली के खिलाफ 45 रन की पारी खेली थी। राजस्थान को अपने करिश्माई ऑलराउंडर बेन स्टोक्स से मैच विजयी प्रदर्शन की उम्मीद है जो दो मैचों में अभी तक टीम की उम्मीदों पर पूरी तरह खरे नहीं उतर सके हैं। भारतीय टेस्ट टीम के उपकप्तान रहाणे अपने टेस्ट कप्तान विराट को इस मुकाबले में चुनौती देने के लिये पूरी तरह तैयार हैं। इस मैच में मिली जीत किसी भी टीम का मनोबल मजबूत कर देगी।
धोनी के साथ अश्विन भिडेंगे
किंग्स इलेवन पंजाब और चेन्नई सुपरकिंग्स की टीमें आज को आईपीएल-11 मुकाबले में जब आमने सामने होंगी तब दो पुराने साथियों रविचंद्रन अश्विन और महेंद्र सिंह धोनी की भिड़त पर सभी की नत्ररें टिकी रहेंगी। पंजाब टीम के कप्तान अश्विन आठ साल तक चेन्नई टीम में और एक साल पुणे टीम में धोनी के साथ खेले थे। लेकिन चेन्नई टीम ने 11वें सत्र के लिये न तो अश्विन को रिटेन किया और न ही खरीदा। पंजाब टीम ने अश्विन को खरीदकर कप्तान बनाया और अब इस दिग्गज ऑफ स्पिनर के सामने यह चुनौती रहेगी कि वह अपनी पुरानी टीम और पुराने कप्तान के सामने खुद को साबित करें।
पंजाब ने कल बेंगलुरू टीम के खिलाफ नजदीकी मुकाबला चार विकेट से गंवाया था। अश्विन ने इस मैच में एक ही ओवर में दो विकेट लिये थे और 33 रन भी बनाये थे। पंजाब के सामने अपनी एकादश को दुरूस्त करने की कड़ चुनौती है जिसमें युवराज सिंह मध्यक्रम में कमजोर कड़ी साबित हो रहे हैं। युवराज ने दो मैचों में 12 और चार रन बनाये हैं। अश्विन के पास क्रिस गेल जैसा धुरंधर बल्लेबात्र है जिन्हें ओपनिंग में लाकर मयंक अग्रवाल को मध्यक्रम में उतारा जा सकता है। पंजाब टीम को अपनी लय बनाये रखने के लिये शीर्ष क्रम में बदलाव की जरूरत है।
दूसरी ओर चेन्नई की टीम ने अपने पहले मुकाबले में मुंबई इंडियन्स को एक विकेट से और कोलकाता नाइटराइडर्स को एक गेंद शेष रहते पांच विकेट से हराया था। धोनी की टीम दो नत्रदीकी मुकाबले जीतने के बाद पंजाब के खिलाफ जीत की हैट्रिक बनाने उतरेगी। धोनी की टीम को हालांकि दो झटके लगे हैं और उसके शेष छह घरेलू मैच चेन्नई से बाहर पुणे शिफ्ट हो गये हैं जबकि बायें हाथ के बल्लेबाज सुरेश रैना चोट के कारण दो मैचों से बाहर हो गये हैं। रैना की गैर मौजूदगी में चेन्नई के पास शेन वाटसन, अंबाटी रायुडू, सैम बिलिंग्स और ड्वेन ब्रावो जैसे मैच विजेता खिलाड़ी हैं। धोनी ने अपनी टीम को नाजुक मौकों पर जीत दिलाई है और उनकी पूरी कोशिश रहेगी कि वह इस मुकाबले में अपने पुराने साथी अश्विन की चुनौती को काबू कर लें।
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