गुरू राहुल द्रविड़ के मार्गदर्शन में कमाल की लय में खेल रही भारतीय अंडर-19 क्रिकेट टीम ने अपने अपराजेय क्रम को बरकरार रखते हुये मंगलवार यहां ग्रुप बी में पापुआ न्यू गिनी के खिलाफ 10 विकेट से एकतरफा जीत दर्ज करते हुये अंडर-19 क्रिकेट विश्वकप क्वार्टरफाइनल में अपना स्थान सुनिश्चित कर लिया। अंकुल रॉय के मात्र 14 रन पर पांच विकेट की शानदार गेंदबाजी से भारतीय टीम ने पापुआ न्यू गिनी को 21.5 ओवर में मात्र 64 रन के स्कोर पर ढेर कर दिया जो टूर्नामेंट में अभी तक का सबसे कम स्कोर है। इसके बाद आसान लक्ष्य का पीछा करते हुये भारत ने कप्तान पृथ्वी शॉ की नाबाद 57 रन की पारी से मात्र आठ ओवर में बिना किसी नुकसान के 67 रन बना 10 विकेट से जीत अपने नाम कर ली।
बेहतरीन फार्म में खेल रहे स्टार बल्लेबात्र एवं कप्तान पृथ्वी ने 39 गेंदों की ताबड़तोड़ पारी में 12 चौके जड़ते हुये नाबाद 57 रन बनाये जो टूर्नामेंट में उनका लगातार दूसरा अर्धशतक भी है। पिछले मैच में आस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्होंने 94 रन की बहुउपयोगी पारी खेली थी। मंजोत कालराने नौ गेंदों में एक चौका लगाकर नाबाद 09 रन बनाये। द्रविड़ की टीम भारत अब ग्रुप बी में शीर्ष पर है और उसने क्वार्टरफाइनल में अपना स्थान सुनिश्चित कर लिया है। भारतीय टीम का अगला मुकाबला 19 जनवरी को जिम्बाब्वे के साथ होना है।
आत्मविश्वास के साथ उतरी भारतीय टीम के कप्तान शॉ ने मैच में टॉस जीतकर पहले पापुआ न्यू गिनी को बल्लेबात्री करने का मौका दिया और शुरूआत से ही उसके गेंदबात्रों ने विपक्षी टीम पर प्रहार शुरू कर दिया। टीम के तीन खिलाड़ ही दहाई के आंकड़ तक पहुंचे लेकिन 20 रन तक नहीं बना सके। पिछले मैच में बेहतरीन खेल दिखाने वाले शिवम मावी और लेफ्ट आर्म स्पिनर रॉय की जोड़ ने पापुआ न्यू गिनी को लगातार झटके दिये।
मावी ने पांच ओवर में 16 रन देकर दो विकेट लिये। उन्होंने इगो महारू(चार) को पगबाधा कर पहला विकेट दिलाया और हेगी तुआ (शून्य) को बोल्ड कर अपना दूसरा विकेट भी जल्द हासिल कर लिया। कमलेश नागरकोटी ने ओपनर साइमन अटाई(13) को रनआउट कर तीसरा विकेट 26 के स्कोर पर निकाला। पापुआ न्यू गिनी की ओर से ओविया सैम 15 रन बनाकर सबसे बड़ स्कोरर रहे जिन्होंने भारतीय गेंदबात्रों के सामने सबसे अधिक 52 मिनट क्रीज पर बिताये।
सैम ने 25 गेंदों में दो चौके लगाकर 15 रन बनाये। रॉय ने उन्हें छठे बल्लेबात्र के रूप में आउट किया। सिनाका अरूआ ने 12 रन बनाये उन्हें भी रॉय ने अपना शिकार बनाया। सेमो कामिया तीन गेंदों में खाता खोले बिना रॉय की गेंद पर बोल्ड हुये और इसी के साथ मैच में 252 गेंदें शेष रहते हुये ही अफ्रीकी टीम 64 के स्कोर पर ऑल आउट हो गयी।
रॉय 6.5 ओवर में 2.04 के बेहतरीन इकोनोमी रेट से 14 रन पर पांच विकेट लेकर भारतीय टीम के सबसे सफल गेंदबात्र रहे। यह रॉय का युवा विश्वकप में पहली पांच विकेट की उपलब्धि भी है। नागरकोटी को 17 रन पर एक विकेट और अर्शदीप सिंह को 10 रन पर एक विकेट मिला जबकि मावी ने 16 रन पर दो विकेट हासिल किये।
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