बीते बुधवार को दक्षिणी कश्मीर के शोपियां जिले में आतंकवादियों द्वारा अगवा किए जाने के बाद मार दिए गए राइफलमैन औरंगजेब को पुंछ जिले के सलानी गांव में भारत समर्थक और पाकिस्तान विरोधी नारों के बीच सुपुर्द – ए – खाक किया गया। सलानी ऐसा गांव है जहां भारतीय सशस्त्र बलों के सेवारत या सेवानिवृत सैनिकों की बड़ी तादाद है।
शहीद औरंगजेब के ताबूत को तिरंगे में लपेटा गया था। थलसेना के जवान और अधिकारी कल शाम ताबूत को अपने कंधे पर रखकर नजदीक की एक सड़क से करीब आधे घंटे तक पहाड़ के घुमावदार रास्तों पर चलकर सलानी गांव तक पहुंचे। इससे पहले , औरंगजेब का पार्थिव शरीर हेलीकॉप्टर से सगरा हेलीपैड तक लाया गया था।
औरंगजेब की अंतिम यात्रा में हजारों लोग शामिल हुए वहीं हजारों लोगों ने गांव में उन्हें श्रद्धांजलि दी। सलानी गांव में मातम पसरा दिखा। गांव में कई लोगों ने मांग की कि थलसेना को औरंगजेब की हत्या का बदला लेना चाहिए। गुस्से और आंसुओं के बीच औरंगजेब के पार्थिव शरीर को ईद के दिन सुपुर्द – ए – खाक किया गया।
औरंगजेब के पिता मोहम्मद हनीफ ने कहा , ‘‘ हम चाहते हैं कि सरकार और थलसेना आतंकवादियों से बदला लें। उसकी हत्या में शामिल लोगों को 72 घंटे में खत्म करना चाहिए। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुरोध करता हूं कि वह कड़ी कार्रवाई करें और कश्मीर के बाबत कमजोरी नहीं दिखाएं , उन सभी लोगों का खात्मा करें। ’’
शोकाकुल पिता ने कहा , ‘‘ ईद मनाने के लिए जब मेरा बेटा निहत्था होकर अपने घर आ रहा था तो उन्होंने (आतंकवादियों ने) उसे अगवा कर लिया। ’’
उन्होंने कहा , ‘‘ मुझे सिर्फ इस बात का अफसोस है कि वह निहत्था था। वे कायर हैं। अगर उन्होंने उस वक्त लड़ाई की होती जब उसके पास हथियार होता , तो उन्हें पता चल जाता कि कायरता और वीरता में क्या फर्क होता है। ’’
हनीफ ने कहा कि सभी आतंकवादियों के खात्मे के लिए अभियान चलाकर कश्मीर के कोने – कोने में तिरंगे फहराने चाहिए। उन्होंने कहा कि वह और उनका बेटा देश के लिए अपनी जान कुर्बान करने के लिए तैयार हैं।
उन्होंने कश्मीर के मौजूदा हालात के लिए कश्मीर के नेताओं को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि वे सैनिकों की मौत के लिए जिम्मेदार हैं।
अपने बेटे की हत्या के लिए उन्होंने पाकिस्तान पर ठीकरा फोड़ा और कहा कि पड़ोसी देश भारत को गंभीर नुकसान पहुंचा रहा है।
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