लोकसभा चुनाव के सातवें चरण का मतदान अंतिम दौर पर पहुंच गया है और सभी दल अपना प्रचार तेज कर रहे हैं। इसी दौरान पीएम मोदी आज उत्तर प्रदेश में तीन रैलियों को संबोधित कर रहे हैं। मऊ में रैली को संबोधन करने के बाद पीएम मोदी चंदौली पहुंचे है। अपने रैलियों में वह लगतार विपक्ष पर हमला कर रहे है। चंदौली में उन्होंने कहा, बुरी तरह हार देखकर सपा-बसपा सहित ये तमाम महामिलावटी आज पूरी तरह से पस्त है। बेंगलुरु में एक दूसरे का हाथ पकड़ के फोटो खिंचवाई थी। जैसे ही प्रधानमंत्री पद की बात आई तो सब अपना-अपना दाव लेकर अपनी-अपनी ढपली बजाने लग गए।
विपक्ष पर हमला बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, 8 सीटों, 10 सीटों, 20-22 सीटों, 30-35 सीटों वाले लोग प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं, लेकिन देश कह रहा है-एक बार फिर मोदी सरकार। सर्जिकल स्ट्राइक का विरोध, एयर स्ट्राइक का विरोध, घुसपैठियों की पहचान का विरोध, नागरिकता कानून का विरोध, तीन तलाक के कानून का विरोध, OBC आयोग को संवैधानिक दर्जा देने का विरोध, कदम कदम पर मोदी का विरोध करना सिर्फ यही इनका मॉडल है।
पीएम मोदी ने कहा, हम उस राजनीतिक और सामाजिक संस्कृति में पले बढ़े हैं जहां खुद से बड़ा दल और दल से बड़ा देश होता है। यहीं की संतान पंडित दीनदयाल उपाध्याय के मूल्यों को हमने आत्मसात किया है। हमने भारतीय मूल्यों को ध्यान में रखते हुए सबका साथ, सबका विकास का रास्ता अपनाया है। 21वीं सदी का युवा आज देश को 2014 से पहले के दौर में वापस भेजने के लिए तैयार नहीं है। ये वो दौर था- जब आए दिन घोटालों की खबरें अखबार में आती रहती थीं। ये वो दौर था- जब भ्रष्टाचार के खिलाफ देश सड़कों पर था।
‘मोदी हटाओ’ का राग अलाप रहे महामिलावटी आज बौखलाए हुए हैं : PM
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा की कुछ महीने पहले पश्चिमी मेदिनीपुर में मेरी रैली में टीएमसी ने अराजकता फैलाई गई थी। इसके बाद ठाकुरनगर में तो ये हालत कर दी गई थी कि मुझे अपना संबोधन बीच में छोड़कर मंच से हटना पड़ा था। आज दमदम में मेरी रैली है, देखते हैं दीदी ये रैली होने देती हैं या नहीं।
पीएम मोदी ने कहा कि उन्होंने पूरी निष्ठा से देश को आशा और विश्वास के रास्ते पर आगे बढ़या है। आज देश के युवा साथी को विश्वास हुआ है कि उनके सपने और आकांक्षाएं पूरी हो सकती हैं। आज गरीब से गरीब को भी एहसास हुआ है कि सरकार उसकी बात सुन रही है। उन्होंने कहा कि 2014 के पहले एक दौर था जब आए दिन बम धमाकों की खबरें छाई रहती थीं। ये वो दौर था जब महंगाई की दर चरम पर थी और विकास की दर धरातल पर थी। इससे पहले देश घोर निराशा और अविश्वास के दौर में था।
21वीं सदी का युवा देश को 2014 से पहले के दौर वापस भेजने के लिए तैयार नहीं है। ये वो दौर था जब आए दिन घोटालों की खबरें अखबारों में आती रहती थीं। भ्रष्टाचार के खिलाफ लोग सड़कों पर थे। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी संस्कृति, हमारे ज्ञान विज्ञान को लेकर दुनिया में पहले से कहीं अधिक चर्चा कर रही है। आर्थिक रूप से एक सशक्त देश के रूप में हम उभर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारी नीति एकदम साफ है। जवानों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं करेंगे। खतरा चाहे सीमा के भीतर हो या सीमा पार से आतंकियों को घुसकर मारेंगे।