आईएसआईएस (ISIS) दुनिया में आतंक और दहशत का पर्याय बन चूका है पर आपको ये जानकार काफी हैरानी होगी की ये खूंखार आतंकवादी संगठन एक 23 साल की लड़की से ख़ौफ़ज़दा है। ये बात सुनने में काफी अजीब लग सकती है पर ये सच है। आपको बता दे, आतंकी संगठन ने इस लड़की को मारने पर 10 लाख डॉलर का इनाम भी घोषित किया हुआ है।
सूत्रों के अनुसार ये २३ वर्षीय महिला कुर्दिश मूल की है जो डेनमार्क में पली-बढ़ी है। इनका नाम है जोआना पलानी, और इनकी दहशत से आतंकी संगठन में हड़कंप मचा हुआ है क्योंकि ये महिला इराक और सीरिया में आतंकी संगठन के खिलाफ जुंग की अगुआई कर चुकी है और साथ ही इस लड़ाई में उन्होंने आतंकी संगठन को काफी नुक्सान पहुँचाया है।
ये महिला वर्ष 2014 में पढाई छोड़कर जंग के लिए इराक पहुँच गयी थी। फिलहाल ये महिला डेनमार्क की एक जेल में बंद है क्योंकि इनपर गैरकानूनी रूप से देश छोड़ने का आरोप है और अगर ये आरोप सिद्ध होता है तो जोआना को दो वर्ष की जेल हो सकती है। जोआना पर वर्ष 2015 में देश छोड़ने पर बेन लगा दिया गया था।
जोआना खुद को निर्दोष साबित करने की पूरी कोशिश कर रही है, उन्होंने अपने फेसबुक पेज पर लिखा मुझे फंसाया जा रहा है, मैंने आतंकियों के खिलाफ जंग लड़ी है तो में डेनमार्क और अन्य देशों के लिए खतरा कैसे हो सकती हूँ। मैंने इस देश में मिलिट्री ट्रेनिंग ली है, एक डैनिश लड़की होने के नाते मैंने यह सीखा कि महिलाओं के अधिकारों, लोकतंत्र और यूरोपियन मूल्यों के लिए लडऩा है।
जोआना का जन्म गल्फ युद्ध के दौरान रमादी में हुआ था और उनका परिवार ईरान के कुर्दिस्तान में रहता था और बाद में इनका परिवार डेनमार्क में बस गया।
जोआना सीरिया में कुर्दिश पीपुल्स प्रोटेक्शन यूनिट और इराक में पेशमर्गा फोर्स के साथ आईएसआईएस के खिलाफ लड़ चुकी है। उनका कहना है लोगों को समझाना चाहिए की पीपुल्स प्रोटेक्शन यूनिट कोई बागी संगठन नहीं है।