आज हम आपको एक ऐसी खबर बताने जा रहे है जिसे जानकर आप भी दंग रह जाएंगे ! वैसे तो चर्च के बारे में सब जानते ही होंगे और वहां जाते भी होंगे। लेकिन आज हम आपको एक ऐसी चर्च के बारे में बता रहे हैं जहां लोग खूब शराब और बीयर पीते हैं।
जी हाँ , ये सुनकर आपको कुछ अजीब सा लग रहा होगा , लेकिन हम आपको बता दे की ये सच है ! यूं तो मंदिर, मस्जिद और गीरजाघर के नाम आते ही मन में श्रद्धा और आस्था उत्पन्न हो जाती है।
क्योंकि इबादतगाह ऐसी जगह है जहां जाकर लोग अपने- आप को ईश्वर के करीब मानते हैं। पर दक्षिण अफ्रीका के जोहानसबर्ग में एक ऐसा चर्च है जहां पादरियों के हाथ में बाइबल से पहले शराब की बोतल होती है। इस चर्च का नाम गोबोला चर्च है। इस चर्च की खास बात यह है कि यहां पर शराब रखने के लिए अलग से एक कमरा बनाया गया है। जिसमें ठंडी बीयर से लेकर रेड वाइन जैसी महंगी शराब की बोतलें पीने के लिए मिलती हैं।
आपको बता दे की चर्च का इतिहास 52 साल पुराना है। इसे Bishop Tsietsi Makiti ने शुरू किया है। इस चर्च में सिर्फ वही लोग आ सकते हैं जिन्हें दूसरे चर्च में जाने की इजाजत नहीं मिलती है। जब Makiti से पूछा गया कि वे शराब क्यों पीकर प्रार्थना क्यों करते हैं तो उन्होंने कहा कि यह आनंद का जरिया है।
Makiti ने आगे कहा, जबतक जीजस धरती पर नहीं आए, तब तक लोगों के पास आनंद का कोई जरिया नहीं था। फिर जीजस ने पानी को वाइन में बदल दिया जिससे लोगों के शरीर में ऊर्जा आए। इसी वजह से यहां पर भी बिशप और सारे लोग शराब पीने के पहले और बाद में भी प्रार्थना करते हैं। जिससे उन्हें शांति का अहसास हो।
Michael Motsepe नाम के एक व्यक्ति ने कहा कि उसे यहां आना घर जैसा लगता है। वो यहां आकर शराब पीता है। जब माइकल से पूछा गया कि चर्च में वे क्यों शराब पीते हैं, तो उन्होंने कहा कि ईश्वर हर कहीं इसलिए और बाकी जगह में कोई फर्क नहीं है।
Bishop Tsietsi Makiti ने कहना है कि चर्च में प्रार्थना से पहले और बाद में सभी लोग शराब पीते हैं, ताकि शांति की अनुभूति हो।