दुनिया की सबसे बड़ी सेना चीन की सेना ने राष्ट्रपति शी चिनफिंग के प्रति पूरा निष्ठा का आज संकल्प लिया जिसके साथ ही सत्ता पर उनकी पकड़ और मजबूत हो गई। कम्युनिस्ट पार्टी की हाल में हुई महत्वपूर्ण कांग्रेस में उन्हें पार्टी के संस्थापक माओ त्से तुंग के बराबर नेतृत्व का दर्जा दिया गया था।
राष्ट्रपति होने के साथ साथ 63 वर्षीय शी कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना के महासचिव हैं और सेना के प्रमुख हैं। चीन के सर्वोच्च सैन्य प्राधिकार ने कहा, चीन की सेना पूरी तरह वफादार तथा भरोसेमंद रहेगी और सेंट्रल मिलिट्री कमीशन (सीएमसी) के अध्यक्ष शी जिनफिंग के आदेशों का पूरी तरह से पालन करेगी।
आठ सदस्यीय सीएमसी 23 लाख सदस्यों वाली पीपल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) की हाइ कमान है। 63 वर्षीय शी सीएमसी के इकलौते असैन्य सदस्य हैं। पांच वर्ष में एक बार होने वाली सीपीसी की कांग्रेस का आयोजन इसी 24 अक्तूबर को हुआ था। इसमें पार्टी प्रमुख के तौर पर शी को दूसरा कार्यकाल मिला था। कांग्रेस के दौरान पार्टी के संविधान में शी के राजनीतिक दर्शन को शामिल कर लिया गया। माओ और देंग शियाओपिंग के बाद यह सम्मान प्राप्त करने वाले वह एकमात्र नेता हैं।