तेहरान: ईरान-इराक बॉर्डर के निकट आए 7.3 तीव्रता के भूकंप की वजह से शुरुआती रिपोर्टों के मुताबिक 135 लोगों की मौत हो गई है और तकरीबन 300 लोग घायल हो गए हैं। द इंडिपेंडेंट के मुताबिक ईरान के करीब 14 राज्य इससे प्रभावित हुए हैं। यूएस जियोलॉजिकल सर्वे(यूएसजीएस) के मुताबिक यह भूकंप ईरान के हलबजा से 32 किलोमीटर (20 मील) दूर दक्षिण-पश्चिम में आया और इसका केंद्र 33.9 किलोमीटर (21 मील) की गहराई में था। यह भूकंप अंतरराष्ट्रीय समयानुसार 1818 (शाम छह बजकर 18 मिनट) बजे आया। इराक में भूकंप के झटके बगदाद तक सुने गए।
ईरान-इराक बॉर्डर पर्वतीय इलाका है। भूकंप के चलते पहाड़ी इलाके में भूस्खलन की स्थिति उत्पन्न हो गई है। नतीजतन राहत कार्यों को पहुंचाने में बाधा आ रही है। ट्विटर पर पोस्ट एक फुटेज के मुताबिक भूकंप आने के बाद सुलेमानिया शहर की एक बिल्डिंग में अफरातफरी के बीच लोगों को भागते देखा गया। उत्तरी इराक के कई घरों की खिड़कियां चटक कर चकनाचूर हो गईं। कई घरों की दीवारों में दरारें उत्पन्न हो गईं और कई कंक्रीट इमारतें जमींदोज हो गईं।
ईरान की आधिकारिक न्यूज एजेंसी IRNA ने अभी तक ईरान में 61 लोगों के मरने और 300 लोगों के घायल होने की पुष्टि की है। इराक की तरफ से अभी तक छह लोगों की मरने की खबर है। हालांकि न्यूज एजेंसी एएफपी ने ताजा अपडेट में यह आंकड़ा कुल मिलाकर 135 तक दिया है। समाचार एजेंसी IRNA के मुताबिक ईरान में करमनशाह में कस्र-ए शिरिन और अजगालेह सबसे ज्यादा प्रभावित हुए। इराक के सुलेमानिया प्रांत में छह लोगों के मरने और 150 के घायल होने की खबर है।
जिस इलाके में भूकंप आया है, वह अरब और यूरेशियाई टेक्टोनिक प्लेट की 1500 किमी फाल्ट लाइन के ही दायरे में आता है। यह बेल्ट पश्चिमी ईरान से लेकर उत्तर-पूर्वी इराक तक फैली है। इस कारण से यह क्षेत्र भूकंप के लिहाज से संवेदनशील है। इससे पहले 2003 में ईरान में बाम में भयावह भूकंप के चलते यह शहर तबाह हो गया था और तकरीबन 31 हजार लोगों की मौतें हुई थीं। इसी तरह ईरान में दो बड़े भूकंप 2005 और 2012 में आए जिनमें क्रमश: 600 और 300 लोगों की मौत हो गई। इसी मई में ईरान की तुर्केमेनिस्तान से लगती सीमा के निकट 5.7 तीव्रता के भूकंप के चलते 2 लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों घायल हो गए।