नासा ने एक नयी परमाणु रियेक्टर ऊर्जा प्रणाली का सफलतापूर्वक प्रदर्शन किया है जो चंद्रमा , मंगल और इससे भी आगे के गंतव्यों तक लंबी अवधि के चालक दल के सदस्यों वाले मिशनों को ऊर्जा प्रदान कर सकती है।
नासा ने कहा कि नवंबर 2017 से मार्च तक अमेरिका राष्ट्रीय परमाणु सुरक्षा प्रशासन के नेवादा राष्ट्रीय सुरक्षा स्थल पर ‘ किलोपॉवर रियेक्टर यूजिंग स्टायरलिंग टेक्नोलॉजी ’ का परीक्षण किया गया।
वाशिंगटन में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी मिशन निदेशालय में नासा के कार्यवाहक सहायक प्रशासक जिम रॉयटर ने कहा कि भविष्य के रोबोटिक और मानव अन्वेषण के लिए सुरक्षित , सक्षम ऊर्जा मुख्य भूमिका निभाएगी।
रायटर ने कहा कि मैं उम्मीद करता हूं कि किलोपॉवर परियोजना चंद्रमा एवं मंगल मिशनों के लिए महत्वपूर्ण भाग साबित होगी।
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