इस्लामाबाद : पाकिस्तान की एक भ्रष्टाचार रोधी अदालत ने अपदस्थ प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के खिलाफ पनामा पेपर मामले में भ्रष्टाचार के आरोप तय किए जाने की प्रक्रिया आज स्थगित कर दी। शरीफ (67) अपने और अपने परिवार के खिलाफ भ्रष्टाचार के तीन मामलों में अदालती सुनवाई के लिए कड़ी सुरक्षा के बीच जवाबदेही अदालत में पेश हुए। सुनवाई के दौरान उनके वकील ख्वाजा हैरिस ने दलील दी कि आरोप तय किए जाने की प्रक्रिया से पहले मामले के सभी आरोपियों को अदालत के समक्ष पेश होना होगा। शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के नेता मोहसिन शाहनवाज रांझा ने एक घंटे से अधिक समय तक चली सुनवाई के बाद मीडिया को बताया कि आरोप तय किए जाने की प्रक्रिया स्थगित कर दी गई है।
उन्होंने कहा, आरोप तय किया जाना अभी लंबित है और इस पर आगामी सोमवार (नौ अक्तूबर) को सुनवाई की अगली तारीख पर चर्चा की जाएगी। अदालत ने शरीफ की बेटी मरियम, बेटों-हुसैन और हसन तथा दामाद मोहम्मद सफदर के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किए और उन्हें सुनवाई की अगली तारीख पर तलब किया। शरीफ इस मामले में इससे पहले 26 सितंबर को जवाबदेही अदालत में पेश हुए थे।
पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने पनामा पेपर मामले में गत 28 जुलाई को शरीफ को पद के अयोज्ञ घोषित किया था और राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) को शरीफ तथा उनके परिवार और विथ मंत्री इसहाक डार के खिलाफ भ्रष्टाचार और धनशोधन के आरोपों में मामला दर्ज करने का आदेश दिया था। शरीफ के परिवार ने कहा है कि आरोप राजनीति से प्रेरित हैं।