सीरिया में रासायनिक हथियारों के हमले की अंतरराष्ट्रीय जांच को एक महीने के लिए नवीनीकृत करने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में जापान की ओर से आज एक प्रस्ताव पेश किया गया जिसे रूस ने 11 वीं बार अपनी वीटो शक्ति का इस्तेमाल कर खारिज कर दिया।
इस प्रस्ताव का मसौदा जापान ने ही तैयार किया था। यह प्रस्ताव सीरिया में रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल के दोषी का पता लगाने के लिए एक अंतरराष्ट्रीय जांच को एक महीने के लिए नवीनीकृत करने के लिए पेश किया गया। संयुक्त राष्ट्र और रासायनिक हथियार निषेध संगठन (ओपीसीडब्ल्यू) की ओर से की जा रही संयुक्त जांच की समय सीमा समाप्त हो गयी है।
संयुक्त जांच का गठन 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद में सर्वसम्मति से किया गया था। इस संयुक्त जांच में यह सामने आया है कि इस वर्ष चार अप्रैल को एक हमले में सीरियाई सरकार ने प्रतिबंधित रासायन‘सैरिन’का इस्तेमाल किया था। सीरिया में 2011 से शुरू हुए गृह युद्ध के बाद से रूस कुल 11 बार अपनी वीटो शक्ति का प्रयोग कर सीरिया के खिलाफ सुरक्षा परिषद की कार्रवाई को रोक चुका है। इससे पहले रूस ने कल एक समान मुद्दे पर अमेरिकी मसौदा प्रस्ताव पर वीटो लगा दिया था।
गौरतलब है कि सुरक्षा परिषद में किसी भी प्रस्ताव को पारित होने के लिए नौ सदस्य देशों का समर्थन हासिल करना होता है। इसके अलावा अमेरिका, फ्रांस, रूस, ब्रिटेन और चीन की ओर से वीटो शक्ति का इस्तेमाल भी नहीं किया जाना चाहिए।