वाशिंगटन : अमेरिका के रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस ने कहा है कि अमेरिकी सेना को अब अपना ध्यान आतंकवाद से लड़ने के बजाय अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करने पर लगाना चाहिए। श्री मैटिस ने कल कहा कि सेना को अपना ध्यान रूस और चीन जैसे शक्तिशाली देशों पर बढ़त हासिल करने की ओर देना चाहिए। यहां राजधानी में अमेरिका की रक्षा नीति में बड़े पैमाने पर बदलाव करने का संकेत देते हुए उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में रूस और चीन सुरक्षा की दृष्टि से अमेरिका के लिए बड़ खतरा बनते जा रहे हैं और इससे निपटने के लिए हमें अपनी रक्षा नीति में बदलाव करने पर विचार करना चाहिए। उन्होंने रूस की तरफ इशारा करते हुए कहा, ‘अगर आप हमें चुनौती देंगे तो ये आपका सबसे लंबा और बुरा दिन होगा।’ श्री मैटिस ने कहा कि किसी को भी अमेरिका की लोकतांत्रिक प्रक्रिया में प्रयोग के बारे में नहीं सोचना चाहिए।
रक्षा मंत्री ने संसद से सेना को पर्याप्त बजट देने की अपील करते हुए कहा कि सेना को केंद्रीय बजट में कटौती से दूर रखना चाहिए। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस साल के अपने प्रस्तावित रक्षा बजट में 10 फीसदी का इजाफा करना चाहते हैं और इसके लिए वह दूसरी मदों में कटौती करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका को चीन और रूस के रूप में अलग-अलग शक्तियों से बढ़ते हुए खतरों का सामना करना पड़ता है, जो कि दूसरे देशों को अपने सत्तावादी मॉडल के अनुरूप ढालना चाहते हैं।
उल्लेखनीय है कि सितंबर 2001 के आतंकवादी हमलों के डेढ दशक बाद तक अमेरिकी सेना का पूरा ध्यान आतंकवाद के खिलाफ लड़ने पर रहा है। अमेरिकी सेना ने अफगानिस्तान, इराक और सीरिया में आतंकवाद विरोधी अभियानों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है। लेकिन अब अमेरिकी सेना रूस और चीन जैसे अपने परंपरागत प्रतिद्वंद्वियों के मुकाबले खुद को मजबूत करने की ओर बढ़ रही है।
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