सोल: शक्तिशाली हाइड्रोजन बम के परीक्षण के बाद अब उत्तर कोरिया ने एक बार फिर एक मिसाइल दागा है। इसबार फिर से जापान को निशाना बनाकर इस मिसाइल को दागा गया। उत्तर कोरिया की तरफ से दागी गई मिसाइल जापान को पार करते हुए प्रशांत महासागर में गिरी। उत्तर कोरिया के इस दुस्साहस के बाद जापान ने इसपर आपत्ति जताते हुए कहा है कि उत्तर कोरिया लगातार उसे उकसा रहा है। साथ ही जापान ने कहा अब उत्तर कोरिया को सबक सिखाने का वक्त आ गया है।
उत्तर कोरिया के इस बर्ताव के बाद अब संयुक्त राष्ट्र परिषद ने बैठक बुलाई है। उत्तर कोरिया ने सुरक्षा परिषद की तरफ से प्रतिबंध लगाने के बाद ये मिसाइल परीक्षण किया है। जो भारतीय समय के मुकाबित शुक्रवार रात 12 बजे से होगी।
North Korea missile flies over Japan, says Tokyo: AFP
— ANI (@ANI) September 15, 2017
दक्षिण कोरिया की सेना के मुताबिक, यह मिसाइल करीब 770 किलोमीटर की ऊंचाई तक गई और इसने क़रीब 3700 किलोमीटर का सफ़र तय किया।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने जापान के एनएचके टीवी के हवाले से ख़बर दी है कि यह मिसाइल स्थानीय समय के मुताबिक सुबह 6 बजकर 57 मिनट में छोड़ी गई और यह 7 बजकर 6 मिनट में जापान के होकाइडो द्वीप के ऊपर से गुज़री। ताजा प्रतिबंध के बाद उत्तर कोरिया का यह मिसाइल परीक्षण सामने आया है। उत्तर कोरिया ने एक महीने के अंदर दूसरी बार ऐसा किया जब उसकी मिसाइल जापान के ऊपर से निकली है।
इससे पहले उत्तर कोरिया ने मात्र दो सप्ताह पहले जिस वासोंग-12 आईआरबीएम मिसाइल का परीक्षण किया था, वह भी जापान के मुख्य द्वीप से पर से होकर गुजरी थी। सोल में यूनिवर्सिटी ऑफ नॉर्थ कोरियन स्टडीज के यांग मू जिन ने एएफपी से कहा, उार कोरिया यह संकेत दे रहा है कि हम किसी प्रतिबंध से पहले दुबकने वाले नहीं है और हमारी चेतावनियां खाली धमकियां नहीं है।
उन्होंने कहा, उसने संकल्प लिया है कि संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों के जवाब में अमेरिका को दर्द और पीड़ा सहनी होगी। मिसाइल दागे जाने के बाद लाखों जापानी लोगों की नींद सायरन की आवाजों और आपात संदेशों से खुली। होक्काइदो के दक्षिण छोर पर केप इरिमो में लाउडस्पीकर पर सूचना दी जा रही थी, मिसाइल प्रक्षेपण, मिसाइल प्रक्षेपण। ऐसा प्रतीत होता है कि उार कोरिया ने मिसाइल दागी है।
हाल ही में लगे थे प्रतिबंध
बता दें कि उत्तर कोरिया द्वारा लगातार बैलिस्टिक मिसाइलों के परीक्षण करने से अमेरिका समेत पूरा विश्व नाराज है। जिसके बाद उत्तर कोरिया द्वारा हाल ही में किए गए हाईड्रोजन बम के परीक्षण के बाद संयुक्त राष्ट्र ने उत्तर कोरिया पर कई प्रतिबंध लगा दिए थे। लेकिन उत्तर कोरिया ने एक बार फिर बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण कर अपनी सनक का सबूत दिया है।