अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एडमिनिस्ट्रेशन ने पाक के 3 लोगों को ग्लोबल टेररिस्ट करार दिया है। ये तीनों पर लश्कर-ए-तैयबा और तालिबान जैसे आतंकी संगठनों से जुड़े होने का आरोप है। वही , अमेरिका ने वजह बताते हुए कहा है कि ऐसा करने से साउथ एशिया में आतंकियों को सपोर्ट करने वाले नेटवर्क को तोड़ने में मदद मिलेगी।
आपको बता दे कि अमरीकी डिपार्टमैंट ऑफ ट्रेजरी ने रहमान जैब फकीर मुहम्मद, हिज्बुल्ला अस्तम खान और दिलावर खान नादिर खान को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित किया है। बता दे कि रहमान जैब लश्कर को पैसा, टेक्नोलॉजी और हथियार सप्लाई करता था। वही , आपको ये भी बता दे कि वह कई वर्ष तक लश्कर के लिए काम करता रहा। उसने खाड़ी देशों में लश्कर नेटवर्क चलाया और पैसों की उगाही की। वर्ष 2016 की शुरुआत में जैब लश्कर से जुड़े एक संगठन को फंड ट्रांसफर करने को कोऑर्डिनेट करता था। वर्ष 2014 तक वह अफगानिस्तान में ऑपरेशन चलाने वाले लश्कर आतंकियों के संपर्क में रहा। आपको बता दे कि हिज्बुल्लाह, अमीनुल्लाह नामक संगठन के लिए काम कर रहा था। वह पेशावर के एक मदरसे का फाइनेंस का काम देखता था। दिलावर खान नादिर खान भी अमीनुल्लाह से जुड़ा हुआ था। ये फंड ट्रांसफर की जिम्मेदारी संभालता था।
बता दे कि तीनों आतंकियों को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित करने के बाद तीनों की पूरी प्रॉपर्टी अमेरिका ब्लॉक कर सकता है। किसी भी अमेरिकी नागरिक को इन तीनों के साथ किसी भी तरह के ट्रांजैक्शन को रोका जा सका।
वही, सीगल ने कहा कि तीनों लोग अल कायदा, लश्कर-ए-तैयबा, तालिबान और दूसरे आतंकी गुटों को लॉजिस्टिकल सपोर्ट, इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) समेत कई तरह की मदद मुहैया करा रहे थे।
ट्रम्प एडमिनिस्ट्रेशन के उस सोच का ही हिस्सा है। जिसमें आतंकी संगठनों की फंडिंग रोकने की बात कही गई है। हमने पाक और क्षेत्र की अन्य सरकारों से भी कहा है कि वे खतरनाक लोगों को अपनी धरती पर पनाह न दें।
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