वाशिंगटन: सीआईए के निदेशक माइक पोम्पियो के अनुसार अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान को अपने देश में आतंकवादियों के सुरक्षित पनाहगाहों को ‘नेस्तनाबूद’ करने को कहा है।
अमेरिका ने अफगान तालिबान एवं हक्कानी नेटवर्क आतंकवादी समूहों के साथ-साथ उनके पनाहगाहों को नष्ट करने में विफल रहने को लेकर पाकिस्तान को दी जाने वाली दो अरब डॉलर के सुरक्षा सहयोग को फिलहाल रोकने का निर्णय किया है।.
‘सीबीएस’ के अनुसार पोम्पियो ने कहा, ‘‘हम देख रहे हैं कि पाकिस्तान की ओर से देश के भीतर आतंकियों को पनाहगाह उपलब्ध कराया जाना जारी है, जो अमेरिका के लिए खतरा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम पाकिस्तानियों को यह सूचित करने में अपनी तरफ से सर्वश्रेष्ठ कोशिश कर रहे हैं कि यह नहीं चलने वाला है। ऐसे में इस सशर्त सहायता के लिए हमने उन्हें एक मौका दिया है। अगर वह समस्या सुलझा लेते हैं तो हमें उनके साथ मिलकर काम करने में खुशी होगी।’’
दोमुंहे पाकिस्तान को ट्रंप की कठोर चेतावनी
इससे पहले नए वर्ष के पहले दिन ही राष्ट्रपति ट्रंप ने हमारे पड़ोसी पाकिस्तान के घर में एक ‘ट्वीट धमाका’ कर दिया जब उन्होंने पाकिस्तान को दी जाने वाली सहायता पर एक बड़ा प्रश्नचिन्ह खड़ा कर दिया। ट्रंप सरकार की अनेक चेतावनियों के बावजूद भी पाकिस्तानी सेना और उसकी खुफिया एजेंसी आईएसआई अपना समर्थन और सहयोग आतंकियों को देना जारी रखे हुए है। सच तो यह है कि पाकिस्तान इस समय दो राहों पर खड़ा है और उसके सरकारी अधिकारी भी दो खेमों में बँटे हुए हैं। एक खेमा चाहता है आतंकियों का सफाया हो तो दूसरा खेमा चाहता है कि आतंकियों का सफाया तो हो किन्तु उन्हीं का हो जो पाकिस्तान के दुश्मन हैं और खबरों के अनुसार दूसरा खेमा अधिक मजबूत है। ऐसी स्थिति में पाकिस्तान के पास कोई और उपाय नहीं है सिवाय अमेरिका के आरोपों का खंडन करने के।
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