अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने उत्तर कोरिया के तानाशाह की एटमी जंग की धमकी का जवाब उसी के अंदाज में दिया है। बता दे कि , अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि उनका परमाणु बटन उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के मुकाबले ना केवल ज्यादा बड़ी और शक्तिशाली है बल्कि वह काम भी करता है।
ट्रंप ने एक ट्वीट में कहा कि उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने यह कहा है कि परमाणु हथियार का बटन हर समय उनके डेस्क पर रहता है। क्या कमजोर और भुखमरी से जूझ रही सरकार से कोई उन्हें यह सूचित करेगा कि मेरे पास भी परमाणु हथियार का बटन है लेकिन यह उनके बटन से कहीं अधिक बड़ और शक्तिशाली है तथा मेरा बटन चलता भी है।
ट्रंप स्पष्ट रूप से किम जोंग उन के उस बयान पर प्रतिक्रिया दे रहे थे जिसमें उन्होंने कहा कि उत्तर कोरिया अब परमाणु संपन्न देश है और परमाणु बटन उनके डेस्क पर रहता है। किम जोंग उन ने टेलीविजन पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा था कि अमेरिका के मुख्य भूभाग का पूरा क्षेत्र अब उत्तर कोरिया के परमाणु हमले की जद में है। साथ ही उन्होंने कहा कि देश को व्यापक स्तर पर परमाणु आयुध तथा बैलिस्टिक मिसाइल बनाने और उनकी तैनाती बढ़ने की जरुरत है।
इस बीच व्हाइट हाउस ने उत्तर कोरिया को वैश्विक खतरा बताया और अन्य देशों से उस पर दबाव बढ़ने के लिए कहा। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने कल अपने नियमित संवाददाता सम्मेलन में कहा, यहां पर हमारा ध्यान उत्तर कोरिया पर अधिकतम दबाव बढ़ने पर है और अमेरिका चाहता है कि दूसरे देश इसमें शामिल हों।
उन्होंने कहा, यह एक वैश्विक खतरा है इसलिए हम सबसे दबाव बढ़ने तथा और अधिक कदम उठाने की अपील कर रहे हैं। हम इसमें विभिन्न नेताओं तथा अन्य देशों की मदद करना जारी रखेंगे। सैंडर्स ने कहा कि अमेरिका के पास सभी विकल्प खुले हैं।
उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने दक्षिण कोरिया के साथ संबंध सुधारने का आहवान किया तथा उन्होंने कहा कि दक्षिण कोरिया में होने वाले 2018 शीतकालीन ओलंपिक खेलों में उत्तर कोरिया भाग ले सकता है।
इसके बाद ट्रंप ने कहा कि अमेरिका के नेतृत्व वाले अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध और अन्य दबावों से उत्तर कोरिया पर बड़ी असर पड़ना शुरू हो गया है। दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया की पेशकश का स्वागत किया और उसके साथ उच्च स्तरीय बातचीत करने का प्रस्ताव दिया। सैंडर्स ने कहा कि इस घटनाक्रम से अमेरिका के साथ दक्षिण कोरिया के संबंध नहीं बदलेंगे और वे हमेशा की तरह मजबूत रहेंगे।
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