संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने रूस के उस प्रस्ताव को भारी बहुमत से खारिज कर दिया है जिसमें उसने अमेरिका , ब्रिटेन और फ्रांस द्वारा सीरिया पर किए गए ‘‘ हमले ’’ की निंदा की बात कही थी। इसके साथ ही सीरिया के रासायनिक हथियारों के ठिकानों को लक्षित कर किए जा रहे गठबंधन के हवाई हमलों को सुरक्षा परिषद का मत भी मिल गया है।
रूस की तरफ से बुलाई गई इस आपात बैठक में हालांकि इस बात को लेकर निराशा भी व्यक्त की गई कि अंतरराष्ट्रीय संगठन की यह सबसे ताकतवर इकाई पिछले सात सालों से चले आ रहे सीरियाई संघर्ष से निपटने में नाकाम नजर आई है। तीन पश्चिमी देशों के गठबंधन की सेनाओं द्वारा सीरिया में ‘‘ हमले ’’ और ‘‘ आगे किसी तरह के बल के इस्तेमाल ’’ की निंदा और इसे फौरन रोके जाने की मांग वाले प्रस्ताव को 15 सदस्य देशों वाली सुरक्षा परिषद के सिर्फ दो देशों चीन और बोलीविया का साथ मिला।
इसके विपरीत आठ देशों ने रूसी प्रस्ताव के खिलाफ मत दिया। इनमें अमेरिका , ब्रिटेन , फ्रांस , नीदरलैंड्स , स्वीडन , कुवैत , पोलैंड और आइवरी कोस्ट शामिल हैं। मतदान के दौरान चार देश – इथियोपिया , कजाखिस्तान , इक्वेटोरियल गिनी और पेरू – अनुपस्थित रहे।
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