ED Raid: बिहार कैडर के आईएएस संजीव हंस और पूर्व एमएलए गुलाब यादव के यहां ईडी की छापेमारी खत्म हो चुकी है। दोनों के करीब 20 ठिकानों पर छापेमारी की गई। ईडी के हाथ लगे कई दस्तावेज में दोनों के बीच सांठ-गांठ के प्रमाण भी मिले हैं। सूत्रों के मुताबिक संजीव हंस और गुलाब यादव बिजनेस पार्टनर हैं। दोनों का कारोबार कई राज्यों में फैला हुआ है। ईडी की टीम खातों में लाखों के लेनदेन के सबूतों को खंगालने में जुटी है। दोनों कि ठिकाने से 15 से अधिक बेशकीमती ब्रांड के घड़ियां बरामद हुई हैं, जिनकी कीमत लगभग 40 लाख के करीब है। एक किलो से अधिक सोना के जेवरात ईडी ने बरामद किया है।
क्या है पूरा मामला?
एक महिला वकील के साथ यौन उत्पीड़न और भ्रष्टाचार से जुड़े मामले में पटना पुलिस ने हंस के खिलाफ 2023 में केस दर्ज किया था। इस मामले में ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था। पीड़ित महिला का बयान ईडी ने दर्ज किया है। महिला वकील ने अपनी शिकायत में दोनों पर भ्रष्टाचार और अवैध रूस से अकूल संपत्ति जुटाने का आरोप भी लगाया था। ईडी ने महिला के रेप के मुकदमे में लगे इन आरोपों की बुनियाद पर दोनों को टारगेट पर लिया और शुरुआती जांच के बाद सबूत जुटाने के लिए रेड मारा। महिला वकील ने बताया कि गुलाब यादव ने उसे 90 लाख कैश दिया और एक 20 लाख की गाड़ी दी थी।
पत्नियों के नाम पर गुप्त कारोबार
पटना समेत चार शहरों में इन दोनों के बीस से अधिक ठिकाने पर ईडी ने छापेमारी की। पूर्व विधायक की पत्नी MLC अंबिका यादव के ठिकानों पर भी ED की टीम ने छापेमारी की। जमीन मकान के दस्तावेज के अलावा बैंकों के लेनदेन का भी पता चला है। साथ ही पत्नियों के नाम पर गुप्त कारोबार का खुलासा हुआ है।
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