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क्या है Pradhan Mantri Mudra Yojana, कैसे उठायें इसका लाभ, कौन कर सकता है आवेदन

Desk Team

Pradhan Mantri Mudra Yojana : भारत में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम क्षेत्र (MSME) अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी है। ये उद्यम बड़ी संख्या में रोजगार पैदा करते हैं और देश के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। Pradhan Mantri Mudra Yojana (PMMY) को MSME को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए 2015 में शुरू किया गया था। इस योजना के तहत, सरकार सूक्ष्म उद्यमियों को ₹50,000 से ₹10 लाख तक का ऋण प्रदान करती है, जबकि लघु उद्यमियों को ₹10 लाख से ₹2 करोड़ तक का ऋण प्रदान करती है। मध्यम उद्यमियों को ₹2 करोड़ से ₹5 करोड़ तक का ऋण प्रदान किया जा सकता है।

Pradhan Mantri Mudra Yojana के तहत ऋण तीन श्रेणियों में प्रदान किए जाते हैं:

  • शुरूआती चरण के उद्यम (Shishupalaka): इस श्रेणी के तहत ₹50,000 से ₹5 लाख तक का ऋण प्रदान किया जाता है।

  • वृद्धिशील चरण के उद्यम (Kishore Udyami): इस श्रेणी के तहत ₹5 लाख से ₹50 लाख तक का ऋण प्रदान किया जाता है।

  • परिपक्व चरण के उद्यम (Tarun Udyami): इस श्रेणी के तहत ₹50 लाख से ₹5 करोड़ तक का ऋण प्रदान किया जाता है।

PMMY के तहत ऋणों की ब्याज दरें बाजार की दरों से कम हैं। इसके अलावा, ऋण प्राप्त करने के लिए कोई गारंटी की आवश्यकता नहीं है। PMMY के तहत अब तक 10 करोड़ से अधिक उद्यमियों को ऋण प्रदान किए जा चुके हैं। इस योजना ने MSME क्षेत्र को मजबूत बनाने और रोजगार सृजन में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

PMMY के लाभ:

  • वित्तीय सहायता: PMMY के तहत उद्यमियों को उचित ब्याज दरों पर वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है, जिससे उन्हें अपने व्यवसाय को शुरू करने और बढ़ाने में मदद मिलती है।

  • कोई गारंटी की आवश्यकता नहीं: PMMY के तहत ऋण प्राप्त करने के लिए किसी गारंटी की आवश्यकता नहीं है, जिससे छोटे उद्यमियों के लिए ऋण प्राप्त करना आसान हो गया है।

  • आसान आवेदन प्रक्रिया: PMMY के तहत ऋण के लिए आवेदन प्रक्रिया सरल और ऑनलाइन है, जिससे उद्यमियों के लिए समय और धन की बचत होती है।

  • विभिन्न श्रेणियों के लिए ऋण: PMMY के तहत उद्यमियों के विभिन्न चरणों के लिए अलग-अलग श्रेणियों में ऋण प्रदान किए जाते हैं, जिससे उनकी विशिष्ट आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके।

PMMY के लिए पात्रता:

  • उद्यमी को भारत का नागरिक होना चाहिए।

  • उद्यमी की उम्र 18 वर्ष से कम नहीं होनी चाहिए।

  • उद्यम का स्वामित्व स्पष्ट होना चाहिए।

  • उद्यम का संचालन भारत में होना चाहिए।

  • उद्यमी को सेवा क्षेत्र या विनिर्माण क्षेत्र में उद्योग स्थापित करना चाहिए।

  • उद्योग को स्थापित करने के लिए कोई अन्य सरकारी योजना से पहले ही ऋण नहीं लिया गया हो।

PMMY के लिए आवेदन कैसे करें:

  • PMMY के तहत ऋण के लिए आवेदन किसी भी बैंक शाखा, NBFC या ऑनलाइन माध्यम से किया जा सकता है।

  • आवेदन करने के लिए उद्यमी को आवेदन पत्र भरना होगा और आवश्यक दस्तावेज जमा करने होंगे।

  • बैंक या NBFC द्वारा आवेदन की जांच की जाएगी

प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत ऋण कैसे प्राप्त करें:

  • किसी भी व्यापारिक बैंक, लघु वित्तीय संस्था (NBFC) या गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC) से ऋण के लिए आवेदन करें।
  • ऋण आवेदन फॉर्म में सभी आवश्यक विवरणों को भरें।
  • आवश्यक दस्तावेजों जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड और व्यवसाय प्रमाण पत्र संलग्न करें।
  • ऋण आवेदन जमा करें और स्वीकृति की प्रतीक्षा करें।

प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के उद्देश्य:

  • MSMEs को वित्तीय सहायता प्रदान करना और उनकी स्थापना में सहायता करना।
  • MSMEs को रोजगार के अवसर पैदा करने और स्थायी संपत्ति बनाने में सहायता करना।
  • MSMEs के वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देना।
  • MSMEs की क्षमता निर्माण और कौशल विकास में सहायता करना।

प्रधान मंत्री मुद्रा योजना के तहत ऋण पाने के लिए आवेदक किसी भी बैंक, गैर-बैंकिंग वित्तीय संस्थान या माइक्रोफाइनेंस संस्थान में आवेदन कर सकते हैं। ऋण की राशि और ब्याज दर आवेदक के ऋण इतिहास, उद्यम की क्षमता और अन्य कारकों पर निर्भर करेगी।प्रधान मंत्री मुद्रा योजना को देश भर में बहुत अच्छा रिस्पॉन्स मिला है। इस योजना के तहत अब तक करोड़ों उद्यमियों को ऋण प्रदान किया जा चुका है। इस योजना से MSME क्षेत्र के विकास को तेज रफ्तार मिली है और लाखों लोगों को रोजगार मिला है।प्रधान मंत्री मुद्रा योजना भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है। इस योजना से MSME क्षेत्र को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में मदद मिलने की उम्मीद है।

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