संपादकीय

सजा दो घर को गुलशन सा, मेरे श्रीराम आए हैं…

Kiran Chopra

सजी अयोध्या दुल्हन सी मेरे श्रीराम आए हैं। फूल बरसाओ, इनके चरणों में बहाकर प्रेम की गंगा। बिछा दो अपनी पलकों को मेरे श्रीराम आए हैं। यह पंक्तियां गाईं मेरी फरीदाबाद की 65 वर्षीय प्रीति गांधी ने। क्या जोश है। बच्चों, युवाओं, बुजुर्गों में इतना जोश है, जुनून है। जिससे भी बात करूं चाहे वो किसी भी धर्म, किसी भी जाति से सब में एक जैसा जोश है। जितने भी भजन गायक मेरे सम्पर्क में हैं, सभी नए-नए राम के भजन बना रहे हैं। सबसे अधिक अच्छा लगता है जब वो कहते हैं दीदी हमारा भजन मोदी जी ने भी शेयर किया।
मुझे पिछले दिनों रामलीला मैदान पर आर्य समाज के बहुत बड़े कार्यक्रम में बुलाया गया। वहां भी विनय आर्य जी ने यही घोषणा की हर आर्य समाजी अपने घर में पताका लहराएगा और दीपमाला करेगा। डा. गुरमीत सिंह सूरा ने वीरवार को अजय भाई से सीबीडी ग्राउंड में बहुत बड़ा प्रोग्राम राम भजन करके किया। हाजी शकील सैफी चेयरमैन वर्ल्ड पीस हारमनी और मैनेजर पंजाब केसरी के मोहम्मद हसन कहते हैं कि 99.9 प्रतिशत बुद्धिजीवी मुसलमान बहुत खुश हैं कि एक मुद्दा समाप्त हुआ और शांति से मुसलमान अपनी नई बन रही मस्जिद में इबादत करेंगे और अयोध्या के बुद्धिजीवी कह रहे हैं अयोध्या का इतना विकास हुआ ​कि सभी को रोजगार मिल रहा है और दुनिया में अयोध्या शहर मशहूर हो गया। अयोध्या सब धर्मों की है, सबका विकास हो रहा है, विश्वास बढ़ रहा है। कहने का भाव है कि बड़ा खुशी का माहौल है।
मैंने अपने बिजली वाले को कहा था कि हमारी पूरी बिल्डिंग में 20 जनवरी को सारी झालर-लड़ियां लगा देना, परन्तु उसने 19 को ही लगा दीं, जोश है। सारे देश में लोग अपने घरों को, मंदिरों को सजा रहे हैं। ऐसा लगता है सारे एक लड़ी में पिरोये गए हैं। एक ही राम नाम की माला का जाप कर रहे हैं। कोई राम नाम के पटके बांट रहा है, कोई शाॅल बांट रहा है, कोई रामायण बांट रहा है। बहुत बड़ी दीवाली का बहुत बड़े उत्सव का या बहुत बड़े जश्न का माहौल है।
मेरे घर में 2 क्रिश्चियन हैल्पर हैं, वो दीये खरीद कर लाई हैं। 4 नेपाली स्टाफ है, वो छुट्टी मांग रहे हैं कि हमने सबने दीपमाला करनी है। जगह-जगह से निमंत्रण आ रहे हैं कि आप हमारे दीपमाला उत्सव में शामिल हों, परन्तु मैं तो खुद अयोध्या जा रही हूं, वहां जाने वालों का कुछ अपनी तरह का उत्साह है। अभी-अभी मुझे अजय भाई राष्ट्र मंदिर वालों का फोन आया कि बहन मैं तो कार से निकल गया, मौसम ऐसा है फ्लाइट लेट हो रही है या कैंसल हो रही है, पर मेरे राम मुझे बुला रहे हैं आैर मैं जा रहा हूं, वहीं मिलेंगे। नागपुर से बहनों का मैसेज आ रहा है कि हम सब वहीं मिलेंगे। अयोध्या से दशरथ मनोरथ मंदिर के पंडित जी का फोन आ रहा है, बहन कब पहुंचोगी।
पंजाब केसरी अखबार में बहुत से लोग अपनी भावनाएं व्यक्त कर रहे हैं। आखिर में हमने लक्की ड्रॉ निकालना है। प्रथम आने वाले को मुफ्त हवाई जहाज की टिकट मिलेगी और बाकी पांच को ट्रेन की अयोध्या के लिए टिकट देनी है। अयोध्या जाने की ऐसे ही वरिष्ठ नागरिक केसरी क्लब के फेसबुक पर लोग वीडियो भेज रहे हैं, जिसके सबसे ज्यादा व्यू और कमेंट होंगे उसे भी अयोध्या जाने की हवाई जहाज की टिकट मिलेगी।
यही नहीं हमने अश्विनी जी की चौथी पुण्य तिथि पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जी से उनके आर्टिकल की सीरिज 'रोम-रोम में राम' की पुस्तक का विमोचन करवाया है। इस पुस्तक की 2 दिन में इतनी डिमांड है कि पूछो मत। यह सब राम कृपा हो रही है। कहते हैं भारत के बड़े व्यापारियों, उद्योगपतियों ने राम मंदिर के लिए बहुत बड़ी राशियां दी हैं। हर कोई अपनी पाकेट अनुसार राशि दे रहा है। 10 रुपए से शुरू होकर 10 करोड़ तक आैर भी ज्यादा सबसे अधिक खुशी है कि यह भारतीयों द्वारा या अन्य देशों में बसे रामभक्तों द्वारा राशि इकट्ठी करके बन रहा है, सरकार की रा​िश से नहीं और न ही यह ​िकसी पार्टी से। राम मंदिर सभी के ​िलए, सभी के द्वारा बन रहा है। यह राम मंदिर है, राष्ट्र मंदिर है।
''तो सजा लें अपने घरों को राम आए हैं,
मेरी चौखट पर चलकर राम आए हैं,
बजाओ ढोल स्वागत में, मेरे घर राम आए हैं,
जलाओ दीपक सारे, हमारे राम आए हैं।''