सभी को दिवाली की बहुत शुभकामनाएं। दिवाली जिसे दीपावली भी कहा जाता है, भारत का एक प्रमुख त्यौहार है। यह त्यौहार अंधकार पर प्रकाश की, बुराई पर अच्छाई की और अज्ञान पर ज्ञान की विजय का प्रतीक है। हम हर साल दिवाली मनाते हैं क्योंकि इस दिन श्रीराम 14 वर्षों का वनवास समाप्त कर रावण पर विजय प्राप्त की थी। हम अपने घरों को रास्तों को दीपकों और रंगबिरंगी रोशनी से सजाते हैं। हवन-पूजा करते हैं, अपने घरों की सफाई करते हैं, ताकि हमारे घर, व्यापार में लक्ष्मी का प्रवेश हो। सुख-शांति, समृद्धि आए, शांति का वास हो। आपस में मिठाई बांटते हैं, खुशी का इजहार करते हैं।
यह त्यौहार हमें एकता, प्रेम और भाईचारे का संदेश देता है। यह त्यौहार हमें यह भी याद दिलाता है कि जीवन में सच्चा प्रकाश और खुशी तभी सम्भव है जब हम सत्य और धर्म के मार्ग पर चलें। इस दिन सभी लोग अपने मतभेदों को भुलाकर एक-दूसरे को शुभकामनाएं देते हैं और एक नई शुरूआत करते हैं। दिवाली का पर्व हमें सिखाता है कि चाहे अंधकार कितना भी घना क्यों न हो, लेकिन एक छोटे से दीपक का प्रकाश भी उसे दूर कर सकता है।
इतना कुछ समझते हुए मैं समझती हूं कि दिवाली का त्यौहार तभी सार्थक होगा जब हम दूसरों के जीवन में खुशियां भरें। अपने दिल के दीये जलाने के साथ-साथ दूसरों के दिलों में भी दीये जलाएं, खुशियां भरें। अपने घर की सफाई के साथ-साथ दिलों की सफाई करें। अपने मनमनुटाव को दूर करते हुए जिन्दगी में परोपकार करें। जीओ और जीने दो के सिद्धांत पर चलें।
अपनी सच्ची-सुच्ची कमाई का कम से कम 1 प्रतिशत पुण्य के कामों में लगाएं या समाज की भलाई के लिए लगाएं। असली पूजा-पाठ तभी है जब आप किसी जरूरतमंद की सहायता करते हो, किसी जरूरतमंद इंसान के घर का चूल्हा जलाने में उसकी मदद करते हैं। किसी के भोजन का साधन बनते हो।
मुझे तो अपनी जिन्दगी के अनुभव से यही महसूस हुआ है कि सबसे बड़ी पूजा बुजुर्गों की है या सच्ची सेवा उनकी है क्योंकि यह उम्र ऐसी है जब सेहत जवाब दे देती है अपने मुंह फेर लेते हैं या जो अच्छे घरों के हैं उन्हें डिप्रेशन या अकेलापन महसूस होता है, उनके जीवन में खुशियां भरने से उनकी उदासी दूर करने से जो सुख मिलता है वो मुझे या हमारे सभी ब्रांच हैड को पूछो, क्या शांति मिलती है, क्या प्यार और सम्मान मिलता है, क्या आशीर्वाद मिलते हैं।
मुझे धन तेरस पर बहुत सी शुभकामनाएं आ रही हैं, संदेश आ रहे हैं। नए-नए मैसेज आ रहे हैं। सबसे अच्छा मुझे मैसेज लगा वो नमिता गौतम का है। LetÓs illuminate our Soul by embracing our inner Light..
वाह! क्या बात है मैसेज का जमाना है। हर बात पर मैसेज बनते हैं, आते हैं, परन्तु कई इतने अर्थपूर्ण होते हैं कि आपके दिलों को छू जाते हैं।
तो आओ इन अच्छे मैसेज को सार्थक बनाते हुए दीप जलाएं, अपने दिलों में रोशनी लाते हुए दूसरों के दिलों में दीप जलाएं।
हमारी सभी ब्रांच अपने-अपने ढंग से दिवाली मना रहे हैं। सबको मेरी शुभकामनाएं। मंगल कामनाएं। सबका मंगल हो।