लोकसभा के नए द्वार का दरवाज़ा खुल गया है। सभी सांसद अपनी गद्दी पर अब सवार भी हो चुके हैं। लेकिन जो हाल पुरानी संसद का था वही हाल नए संसद में भी देखने को मिला है । कहते हैं न की भले ही कुछ चीजें नई हो लेकिन उसमें पुरानी चीजों का अहसास होता ही है। और आज कल नए संसद भवन में भी कुछ ऐसा ही हो रहा, जहां फिर से पक्ष विपक्ष-के बीच एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने का नज़ारा देखने को मिला। जी हाँ इस बार तो बसपा के के सांसद सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऊपर ही हमलावर होते हुए नज़र आये। जी हाँ बीएसपी सांसद दानिश अली और बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी के बीच एक बयान को लेकर घमासान युद्ध देखने को मिला। चलिए जानते हैं की आखिरकार पूरा मामला था क्या ?
दरअसल लोकसभा के अंदर दो गुटों के बीच एक घमासान युद्ध छिड़ गया है , जी हाँ हम बात कर रहे हैं बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी की और बीएसपी सांसद दानिश अली की। जहां दोनों ही एक दूसरे के ऊपर लोकसभा के अंदर आग बबूला होते हुए नज़र आये। आपको बता दें की बीएसपी सांसद दानिश अली के द्वारा सदन में अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल किए जाने के बाद ही संसद के अंदर इस मामले में एक नया मोड़ देखने को मिला है। जहां बीजेपी नेताओं ने बसपा के सासंद दानिश अली पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए नीच शब्द का इस्तेमाल करने को लेकर आरोप लगाया है , जहां बीजेपी के सांसद बिधूड़ी अपना आपा ही खो बैठे।
निशिकांत दुबे ने बताई पूरी बात !
इस विवाद के बाद लोकसभा में दोनों नेताओं को शांत करने के लिए और बीजेपी का पक्ष रखने के लिए सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि जब ये मामला जारी था तब वह लोकसभा में चर्चा के दौरान उपस्तिथ थे। उन्होंने आगे कहा की देश के (नायक) पीएम मोदी एक बड़े ही गरीब परिवार से आते हैं जिस कारण बसपा के सांसद दानिश अली लगातार उनके खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल करते हुए नज़र आ रहे थे। जहां दानिश ने पीएम मोदी को लेकर नीच शब्द का इस्तेमाल किया। निशिकांत दुबे ने आगे कहा की वह अपने नाम के आगे कुंवर दानिश अली लगाते हैं जिस कारण वे दूसरों को कीड़ा, मकोड़ों के सामान समझते हैं।
क्या था दानिश अली का जवाब ?
बीजेपी के इतने आरोपों के बाद बसपा सांसद दानिश अली ने भी मीडिया से बातचीत के दौरान अपनी सफाई दी जिसमें उन्होंने कहा की " भाजपा की टीम ने 48 घंटों तक मंथन करने के बाद मुझपर ऐसा आरोप लगाया है, अगर लगाना ही था तो ढंग का लगाते। मैं इतना गिरा हुआ नहीं हूँ की देश के प्रधानमंत्री के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल करूँगा " उन्होंने भाजपा के नेताओं को चुनौती देते हुए कहा की " वो भारतीय जनता पार्टी को चुनौती दे रहे हैं कि उनके खिलाफ जो भी नेता आरोप लगा रहे हैं उससे संबंधित कोई भी हल्की आवाज उनके सामने ला दें। उन्होंने आगे कहा की सब कुछ रिकॉर्ड पर है। इतना ही नहीं बल्कि उन्होंने नई पार्लियामेंट की व्यवस्था पर भी तंज कसा और कहा की नया पार्लियामेंट इतना शानदार है कि जहां मैं बैठा था और जहां रमेश बिधूड़ी बैठे थे, वहां से दोनों एक दूसरे को सुनने के लिए बिना माइक के कुछ कर ही नहीं सकते "