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अप्रैल महीने से इस साल के विधानसभा और लोकसभा चुनाव शरू होने वाले है। जिसे लेकर चुनाव आयोग ने तारीख़े भी घोषित कर दी है। ऐसे में सभी राजनीतिक दल अपनी तैयारियों में जोरों से लग गए है। लोकसभा के साथ चार राज्यों में विधानसभा चुनाव होनें हैं। इन चार राज्यों में ओड़िशा राज्य के विषय में बात करे तो यहां पुरुष और महिलाओं की संख्या करोड़ो में हैं।
यहां 1 . 65 करोड़ महिलाओं सहित लगभग 3.35 करोड़ लोग मतदान करने के पात्र हैं। ओडिशा में लोकसभा और विधानसभा चुनाव 13 मई से एक जून के बीच चार चरण में होंगे। चुनाव अधिकारी ने कहा कि राज्य में 37,809 मतदान केंद्र होंगे। इनमे से 33,429 मतदान केंद्र ग्रामीण क्षेत्रों में होंगे। उन्होंने कहा कि जहां मतदाताओं की संख्या 1,500 से अधिक है, वहां सहायक मतदान केंद्र भी तैयार किए जाएंगे।
अधिकारी ने बताया कि जिला निर्वाचन अधिकारियों को मतदाताओं की सुविधा के लिए इन सभी मतदान केंद्रों पर न्यूनतम सुविधाएं जैसे 'रैंप', पीने का पानी, बिजली और पुरुषों तथा महिलाओं के लिए अलग-अलग शौचालय की सुविधा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार सभी मतदान केन्द्रों पर मतदाता सहायता बूथ बनाये जायेंगे।
उन्होंने कहा कि मतदान के दिन कुल मतदान केंद्रों में से लगभग 60 प्रतिशत की वेबकास्टिंग' से निगरानी की जाएगी। अधिकारी ने बताया कि मतदान प्रक्रिया पर नजर रखने के लिए पर्यवेक्षक की तैनाती, वीडियोग्राफी और सीसीटीवी की व्यवस्था की जाएगी। राज्य में लगभग 20 प्रतिशत मतदान केंद्र, 'मॉडल' मतदान केंद्र होंगे जिनका प्रबंधन या तो युवा मतदान कर्मियों या महिलाओं या विकलांग व्यक्तियों द्वारा किया जाएगा।
विकलांग व्यक्तियों और 85 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों को मतदान केंद्रों में प्रवेश के लिए प्राथमिकता दी जाएगी। इसके अलावा, उन्हें 'सक्षम ऐप' में उनके आवेदन के अनुसार मुफ्त परिवहन सुविधा के साथ-साथ 'व्हीलचेयर' भी दी जाएगी।