दक्षिण भारत के तमिलनाडु राज्य में कई दिनों से बाँध के पानी को लेकर अधिकारियों तथा किसानों के बीच बड़ी बहस छिड़ी हुई थी। इसी बीच तमिलनाडु के लोक निर्माण विभाग द्वारा वैगई बांध से पानी छोड़ा गया। जिसके बाद अब अधिकारियों और किसानों के बीच बैठक होने वाली है। चलिए जानते हैं आखिरकार पूरा मामला क्या है ?
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, कुछ दिनों में छिटपुट बारिश के कारण वैगई बांध में जल स्तर में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है और किसानों ने अधिकारियों से जल्द से जल्द बांध के दरवाजे खोलने का आग्रह किया है। कुरुवई धान का मौसम समाप्त होने वाला है और सांबा की खेती शुरू होने वाली है, लोक निर्माण विभाग किसानों और विभाग के अधिकारियों सहित हितधारकों के साथ एक बैठक आयोजित करेगा।
पानी की कमी के कारण मदुरै जिले के कई किसान कुरुवई धान की खेती करने से चूक गए हैं। सांबा सीजन शुरू होने के बाद भी किसान पानी की कमी के कारण बीज बोने का इंतजार ही कर रहे हैं। हालांकि पिछले कई दिनों में हुई भारी बारिश से वैगई नदी और नदी से जुड़े जलाशय में जल स्तर बढ़ गया था। जिसके बाद पानी छोड़ने पर चर्चा के लिए गुरुवार के दिन एक विशेष बैठक हो रही है, क्योंकि पूर्वोत्तर मानसून भी तमिलनाडु में दस्तक दे चुका है।