पर्थ में खेले जा रहे पहले टेस्ट में जसप्रीत बुमराह की घातक गेंदबाजी ने ऑस्ट्रेलिया को महज 104 रन पर समेट दिया। इससे भारत को पहली पारी में 46 रनों की बढ़त मिली। कप्तान के रूप में टीम की कमान संभाल रहे बुमराह (क्योंकि रोहित शर्मा पितृत्व अवकाश पर हैं) ने पहले दिन की तरह दूसरे दिन की शुरुआत भी शानदार तरीके से की। दूसरे दिन की दूसरी ही गेंद पर उन्होंने विकेटकीपर बल्लेबाज एलेक्स कैरी को चलता किया।
बुमराह ने अपने खास अंदाज में गेंद को अंदर की तरफ लाते हुए पिच के बाद बाहर की ओर मोड़ा। कैरी ने इस गेंद पर शॉट खेलने की कोशिश की, लेकिन गेंद ने बाहरी किनारा ले लिया और ऋषभ पंत ने कैच लपक लिया। इस विकेट के साथ बुमराह ने अपने करियर का 11वां पांच विकेट हॉल (5/30) पूरा किया। यह सीन देशों (SENA) में बुमराह का 7वां पांच विकेट हॉल है, जो किसी भी भारतीय गेंदबाज द्वारा कपिल देव के साथ संयुक्त रूप से सबसे ज्यादा है।
डेब्यू कर रहे हर्षित राणा ने भी दूसरे छोर से शानदार शुरुआत की। उन्होंने नाथन लायन को एक खतरनाक शॉर्ट गेंद पर आउट किया। गेंद उनके दस्तानों से टकराई और स्लिप में केएल राहुल के हाथों में समा गई।
ऑस्ट्रेलिया की पारी में थोड़ी-बहुत लड़ाई मिचेल स्टार्क ने दिखाई। उन्होंने राणा के बाउंसर अटैक का डटकर सामना किया और 112 गेंदों पर 26 रन बनाए। हालांकि, राणा ने अपने दूसरे स्पेल में स्टार्क को भी आउट कर दिया।
ऑस्ट्रेलिया 83 (भारत के खिलाफ न्यूनतम स्कोर) और 85 (2016 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ होबार्ट में न्यूनतम घरेलू स्कोर) जैसे खराब रिकॉर्ड से बच गया, लेकिन उनकी पारी भारत के खिलाफ सबसे कम स्कोर में से एक रही।
कठिन पिच, मुश्किल बल्लेबाजी
इससे पहले भारत ने पहली पारी में सिर्फ 150 रन बनाए थे। डेब्यू कर रहे नीतीश रेड्डी (41) और ऋषभ पंत (37) ने टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों में जोश हेजलवुड (4/29), मिचेल स्टार्क (2/14), पैट कमिंस (2/67) और मिचेल मार्श (2/12) ने भारतीय बल्लेबाजों को परेशान किया।
ऑस्ट्रेलिया की मजबूत शुरुआत की उम्मीदें बुमराह, मोहम्मद सिराज (2/20) और हर्षित राणा की घातक गेंदबाजी के सामने धराशायी हो गईं।