Top News

योग के बाद अब वैश्विक स्तर पर बाजरा को उतारने की तैयारी: PM Modi

Desk Team

बाजरा को भारत के 'सुपर फूड बकेट' का हिस्सा करार देते हुए, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि पोषक तत्वों से भरपूर मोटा अनाज भी योग की तरह दुनिया के हर कोने तक पहुंचेगा। "भारत में हमने इसे (बाजरे को) श्री अन्न की पहचान दी है। भारत की पहल पर आज एक बार फिर दुनिया में बाजरे को लेकर जागरूकता अभियान शुरू हुआ है।पीएम मोदी ने कहा की मेरा मानना है कि जिस तरह अंतरराष्ट्रीय योग दिवस ने योग को कोने-कोने तक पहुंचाया दुनिया के, अब बाजरा भी दुनिया के हर कोने तक पहुंचेगा।

बाजरा सबसे सुरक्षित फसल है :PM

पीएम मोदी ने आगे कहा की छोटे किसानों के लिए भी बाजरा सबसे सुरक्षित फसल है क्योंकि वे गर्म और सूखे दोनों वातावरणों में लचीली और जलवायु के अनुकूल हैं। भारत आम तौर पर ज्ञात सभी नौ पारंपरिक बाजरा का उत्पादन करता है। ज्वार, मोती बाजरा, फिंगर बाजरा, फॉक्सटेल बाजरा, प्रोसो बाजरा, लिटिल बाजरा, बार्नयार्ड बाजरा, ब्राउनटॉप बाजरा और कोडो बाजरा।

पीएम मोदी ने बताया बाजरा को महत्वपूर्ण रूप

बाजरा छोटे बीज वाली घासों को वर्गीकृत करने के लिए एक सामान्य शब्द है जिन्हें अक्सर पोषक अनाज कहा जाता है। भारत के अधिकांश राज्य बाजरा की एक या अधिक फसल प्रजातियाँ उगाते हैं। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार ने वर्ष 2023 को अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष घोषित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) के प्रस्ताव का नेतृत्व किया और भारत के प्रस्ताव को 72 देशों ने समर्थन दिया।

भारत में सिर्फ सांस्कृतिक विविधता ही नहीं बल्कि व्यंजनों की भी समृद्ध विविधता है

पीएम मोदी ने कहा कि भारत में न केवल सांस्कृतिक विविधता है, बल्कि व्यंजनों की भी समृद्ध विविधता है। उनके अनुसार, यह खाद्य विविधता दुनिया भर के निवेशकों के लिए लाभांश के रूप में काम करती है।"भारत में जितनी सांस्कृतिक विविधता है, उतनी ही खान-पान की विविधता भी है। हमारी खान-पान की विविधता दुनिया के हर निवेशक के लिए लाभांश है। आज जिस तरह से पूरी दुनिया में भारत के प्रति उत्सुकता बढ़ी है, वह एक बहुत बड़ा अवसर भी लेकर आई है।"

देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel 'PUNJAB KESARI' को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।