माता-पिता का दर्जा दुनिया में सबसे ऊंचा माना जाता हैं क्योंकि वे कभी भी अपने बच्चों पर आंच नहीं आने देते है। यहां तक की माता-पिता के पास खुद के लिए चप्पल न हो लेकिन वे अपने बच्चों की हर जरूरत को पूरा करने की कोशिश करते हैं। लेकिन कुछ लोगों को देख लगता है कि इन्हें माता-पिता कहलाना किसी पाप से कम नहीं है। अब ऐसी ही एक खबर जर्मनी से सामने आई है, जिसे सुनने के बाद आपका दिल दहल जाएगा। क्योंकि इस मामले में अपनी 3 साल की बच्ची के लिए विलेन कोई और नहीं बल्कि उसके माता-पिता ही निकले।
बता दें, जर्मनी के ओबरहाउजेन मे राइन-हर्ने कनाल नदी में एक 3 साल की बच्ची का शव तैरते हुए मिलने से बच्ची के साथ जो क्रुरता की गई है उसका पर्दाफाश हुआ। दरअसल, बच्ची की पहचान एल नाम से हुई हैं। एल अपने माता-पिता के साथ रहती थी। बताया जा रहा है कि एल के माता-पिता उसके साथ बुरा व्यवहार करते थे।
उसको मेंटली और फिजिकली दोनों ही तरह से टॉर्चर करते थे। कपल पर कई संगीन आरोप लगे हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, कपल ने सजा के तौर पर अपनी बेटी को अंधेरे कमरे में बंद करके खूब प्रताड़ित किया। न सिर्फ पिता, बल्कि मां को भी बच्ची पर बिल्कुल तरस नहीं आया।
बच्ची इतनी प्रताड़ना नहीं सह पाई और उसने दम तोड़ दिया। जिसके बाद क्रूर माता-पिता ने बेटी से छुटकारा पाने के लिए उसके शव को राइन-हर्ने कनाल नदी में फेंक दिया। बच्ची के शव को 7 अक्टूबर को नदी से बरामद किया गया। फोरेंसिक जांच में सामने आया कि दम घुटने की वजह से उसकी मौत हुई है। डुइसबर्ग मर्डर डिपार्टमेंट ने माता-पिता दोनों को 12 अक्टूबर को गिरफ्तार कर लिया।
बता दें, जांच में पता चला है कि कपल ने एक साथ मिलकर बच्ची को टॉर्चर किया और उसे मौत के घाट उतार डाला। मां की पहचान 39 वर्षीय माजा वेन्सिंग के रूप में हुई है। जबकि पिता की पहचान 39 वर्षीय साशा वेन्सिंग के रूप में की गई है। कपल के इस बच्ची के अलावा दो बच्चे और हैं। अभी तक यह सामने नहीं आया है कि कपल ने अपनी बच्ची के साथ ऐसा क्यों किया।
मालूम हो, इससे पहले इजिप्ट से भी एक ऐसी दिल दहला देने वाली खबर आई थी, जहां एक महिला ने अपने बच्चे को खोने के डर से पहले उसे मौत के घाट उतारा और फिर उसका सिर खा गई थी।