गुरुवार को देश के जाने-माने उद्योगपति मुकेश अंबानी ने केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम के दर्शन किए। उन्होंने बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) को 5 करोड़ रुपये का चेक दिया। अंबानी नियमित आधार पर बीकेटीसी को पैसा देते रहते हैं। पिछले दस सालों पर गौर करें तो अंबानी ने समिति को कुल 15 करोड़ रुपये से ज्यादा की धनराशि दे दी है।
अंबानी ने पिछले दो सालों से हर साल कुल 5 करोड़ रुपये का दान दिया है। मंदिर समिति के मुताबिक, उन्हें कोई सरकारी फंडिंग नहीं मिलती है। यात्रा के दौरान सभी व्यवस्थाएँ करने के लिए व्यक्ति को अपने संसाधनों का उपयोग करना होता है। समिति 47 मंदिरों, 24 सरायों, कॉलेजों और संस्कृत महाविद्यालय की देखरेख करती है। कुल 700 कर्मचारियों को वेतन और लाभ मिलते हैं।
अंबानी परिवार धन दान करता है, जिसे मंदिर के कोष में जमा किया जाता है, जिसका उपयोग कई लागतों के भुगतान के लिए किया जाता है। बीकेटीसी के अध्यक्ष अजेंद्र अजय के मुताबिक, सभी गेस्ट हाउस कम से कम कीमत पर कमरे उपलब्ध कराते हैं। स्कूलों में छात्रावास, भोजन और शिक्षा सभी बिना किसी शुल्क के प्रदान की जाती हैं। रेलिंग, बारिश से बचने की जगह, अग्निकुंड आदि की व्यवस्था की गई, यानी समिति का खर्च उसकी आय के बराबर है। समिति के सीईओ योगेन्द्र सिंह के मुताबिक, मुकेश अंबानी ने पिछले दस सालों में बीकेटीसी को करीब 15 करोड़ रुपये का दान दिया है।
गुरुवार को मुकेश अंबानी के बेटे अनंत अंबानी और अनंत की मंगेतर राधिका मर्चेंट मौजूद थे। बद्रीनाथ में भगवान बदरी विशाल का आशीर्वाद लेने के बाद मुकेश अंबानी मुख्य पुजारी रावल महाराज ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी के घर गए। मंदिर समिति के अध्यक्ष के अनुसार, उद्योगपति मुकेश अंबानी ने समूह द्वारा प्रस्तावित परियोजनाओं के लिए समर्थन का वादा किया है।