इस वर्ष, गणेश चतुर्थी की शुरुआत 18 सितंबर 2023 को होगी,10 दिनों तक चलेगा गणेश चतुर्थी का पर्व। जिसे लेकर भक्तगणों में अलग ही उत्साह देखने को मिलता है। तो बप्पा को प्रसन्न करने के लिए अलग-अलग दिन चढ़ाएं अलग-अलग भोग।
गणेश चतुर्थी 2023 की तिथि: इस वर्ष, गणेश चतुर्थी की शुरुआत 18 सितंबर 2023 को होगी, दोपहर 02 बजकर 9 मिनट पर, और इसका समापन 19 सितंबर 2023 को होगा, दोपहर 3 बजकर 13 मिनट पर। इसके अर्थात्, गणपति उत्सव का आयोजन 19 सितंबर को शुरू होगा और 10 दिन तक चलेगा। गणेश स्थापना का शुभ मुहूर्त: गणेश चतुर्थी के पावन मौके पर भगवान गणेश की मूर्ति की स्थापना करने के लिए शुभ मुहूर्त का आदर करना चाहिए। इस वर्ष, गणेश जी की स्थापना का शुभ मुहूर्त 19 सितंबर 2023 को सुबह 11 बजकर 7 मिनट से दोपहर 01 बजकर 34 मिनट तक है।इस शुभ मुहूर्त के बीच में, आप अपने घर पर भगवान गणेश का स्वागत कर सकते हैं।
मोदक-आप गणपति महराज को हर दिन अलग अलग प्रकार के मोदक भोग के रूप में लगा सकते हैं। चाकलेट. रवा, मावा मोदक उनका प्रिय भोग में से एक है।
खीर-चावल, केले की खीर भी भोग लगाने लिए बहुत शुभ है। पौराणिक कथाओं के अनुसार जब मां पार्वती खीर बनाती थी तो गणेश जी पूरा का पूरा प्याला खीर से भरा खा लेते थे। ऐसे में आप भगवान गणेश जी को खीर का भोग भी लगा सकते हैं।
केला- हिंदू धर्म में किसी भी पूजा पाठ में केले का भोग सभी देवी देवताओं को लगता है। भगवान श्री गणेश जी को भी केले का भोग लगाया जाता है। भगवान श्री गणेश जी को केला भी काफी पसंद है। उनकी पूजा- अराधना करते वक्त भोग में केले को भी शामिल कर सकते हैं।
नारियल व मखाना- नारियल भी हर व्रत और पूजा में जरूर चढ़ता है। भगवान गणेश जी की पूजा में भी नारियल का भोग लगता है। नारियल का भोग लगाना शुभ माना जाता है। इसके अलावा मखाने का भोग भी भगवान गणेश को लगाया जाता है।
मालपुआ-खास अवसरों पर तैयार होने वाले मालपुए से भी आप गणपति बप्पा को खुश कर सकते हैं। जिसे मिनटों में किया जा सकता है तैयार।
श्रीखंड-जिसे आप घर पर ही तैयार कर के भगवान गणेश को प्रसाद के रूप में भोग लगा सकते हैं।