Rat Hole Mining Technique: आपको बता दें कि 41 मजदूरों को टनल में फंसे हुए आज 16 दिन हो गए हैं। एक छोटे पाइप सकी मदद से इनके पास खाना और पानी पहुंचाया जा रहा है। इसी के साथ इन्हे रैट-होल माइनिंग तकनीक का इस्तेमाल से निकलने का काम चल रहा है। इस काम में लगभग 6 रैट होल माइनिंग एक्सपर्ट लगातार लगे हुए हैं। इससे पहले में 46.8 मीटर तक ड्रिल करने वाली अमेरिका निर्मित बरमा मशीन के कुछ हिस्से शुक्रवार को मलबे के अंदर फंस गए थे। जिसकी वजह से अधिकारियों को इस तकनीक का इस्तेमाल करना पड़ा था।
आपको बता दे Rat hole mining एक तरीका है जिसका आम तौर पर प्रयोग कोयला निकालने के लिए होता है है। इस प्रक्रिया में, मजदूर छोटे सुरंगों में काम करते हैं जो खतरनाक होता हैं। रैट होल माइनिंग मुख्य रूप से भारत और चीन में होती है। इन देशों में, कोयला एक महत्वपूर्ण आर्थिक संसाधन है और सरकारें अक्सर कोयला उत्पादन को बढ़ावा देती हैं। रैट होल माइनिंग को नियंत्रित करने के लिए कानून हैं, लेकिन इन कानूनों का पालन करना मुश्किल होता है।
आपको बता दे इस तकनीक में पहाड़ों को तोड़कर सुराख़ बनाई जाती है जो एक आदमी के चौड़ाई के बराबर होती है जिसमें आदमी घुसकर कोयला निकलता है। अब इस तकनीक का प्रयोग करके टनल में फंसे मजदूरों को निकाला जाएगा यानी कि इन सुरंगो के बिच से कोई व्यक्ति जाएगा और उन फंसे हुए मजदूरों को बाहर लेकर आएगा। बताया जा रहा कि इन सुरंगों में लगाए गए बचाव पाइप मे राहत कर्मी घुसेंगे और मलवे को कुछ औजारों के प्रयोग से अपने हाथों से हटाकर पूरे पाइप को साफ किया जाएगा इसके बाद से उन पाइप से राहत कर्मी बाहर आ जाएंगे।
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