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अब संभालेगा G-20 समिट की अध्यक्षता ब्राज़ील , जानिये कैसे होती है इनकी नियुक्ति ?

भारत द्वारा दिए गए जी-20 के इस योगदान की पूरी दुनिया सराहना कर रही है। बता दें की 10 सितंबर के दिन भारत ने अपने इस पद का दायित्व ब्राज़ील के हाथों में सौंप दिया।

Hemendra Singh
भारत द्वारा दिए गए जी-20 के इस योगदान की पूरी दुनिया सराहना कर रही है।  बता दें की 10 सितंबर के दिन भारत ने अपने इस पद का दायित्व ब्राज़ील के हाथों में सौंप दिया।  जी-20 की अध्यक्षता भारत से पहले इंडोनेशिया के पास थी फिर वो भारत को दी गयी और अब 1 दिसंबर से ये अध्यक्षता ब्राज़ील संभालने वाला है।  हर साल कोई एक देश इसकी मेजबानी करता है।  जी20 के समापन सत्र के वक़्त पीएम मोदी ने ब्राजील के राष्ट्रपति को हथौड़ा यानि गैवल दिया।  फिर उन्होंने अपना ये दायित्व ब्राज़ील के हाथो में थमा दिया।  लेकिन अब आपके मन में एक और सवाल आ रहा होगा की आखिरकार नए अध्यक्ष की नियुक्ति हो कैसे जाती है? इसके साथ ही आपके मन में एक और सवाल होगा की कैसे पता चलता है की अगला नंबर किसका होने वाला है? अगर आपके मन भी कुछ ऐसे ही सवाल हैं तो आज आपके सभी सवालों का जवाब हम देंगे।
ग्रुपों में बटें होते हैं देश 
जी-20 की मेजबानी करने के लिए हर साल रोटेशन के आधार पर ही इसकी अध्यक्षता बदलती है। जहां हर साल किसी दूसरे देश का नंबर होता है।  बता दें की ये देश के हिसाब से नहीं होता बल्कि ग्रुपों के हिसाब से होता है। हर साल किसी दूसरे ग्रुप का नंबर होता है।  G-20 में शामिल हुए देशों को अलग-अलग ग्रुपों में बाटां गया है। और ग्रुप के हिसाब से ही जी -20 की प्रेसीडेंसी ट्रांफर होती है। बता दें की इसके कुल 5 ग्रुप हैं जिसमें हर ग्रुप के अंदर 4-4 देश है।  
ये हैं वो ग्रुप- 
  • फर्स्ट ग्रुप- ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, सऊदी अरब,  अमेरिका
  • सेकंड  ग्रुप- भारत, रूस, दक्षिण अफ्रीका,  टर्की
  • थर्ड  ग्रुप- फ्रांस, जर्मनी, इटली , यूनाइटेड किंगडम
  • फोर्थ  ग्रुप- चीन, इंडोनेशिया, जापान, दक्षिण कोरिया
  • फिफ्थ ग्रुप- अर्जेंटीना, ब्राज़ील, मैक्सिको
कैसे होती है अध्यक्षता ट्रांसफर ?
हर साल ये अध्यक्षता किसी और ग्रुप को सौंपी जाती है जिसके लिए हथौड़े का इस्तेमाल किया जाता है।  जहां एक देश का प्रधानमन्त्री दूसरे देश के प्रधानमंत्री को ये हथौड़ा सौंप कर अध्यक्षता भी सौंपता है।