जब से भारत में G-20 की अध्यक्षता संभाली है तब से देश विदेश में भारत की खूब चर्चा हो रही है। भारत आज सिर्फ एक देश ही नहीं बल्कि विश्व गुरु के नाम से भी जाना जा रहा है। भारत अपनी वह हर ऊंचाइयों को छू रहा है जिसका सपना वह कई सालों पहले देखा करता था। जिसमें बड़ा योगदान देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी है जिन्होंने देश को इस कदर संभाला है कि आज विदेश के बड़े-बड़े नेता भारत में आने के लिए तरसते हैं। लेकिन उन सभी नेताओं की ख्वाहिश तब पूरी हुई, जब जी-20 शिखर सम्मेलन राजधानी नई दिल्ली में आयोजित किया गया और तब सभी राष्ट्रपतियों ने और अन्य देशों के प्रधानमंत्रियों ने प्रधानमंत्री मोदी के साथ मिलकर इस समारोह में हिस्सा लिया और कई अनेक विचारों पर चर्चा भी किया। 9 सितंबर से लेकर 10 सितंबर के बीच यह दो खास दिन ऐसे थे जिस दिन भारत का नाम पूरे विदेश में रोशन हो रहा था। इस बीच तुर्कीए के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप एद्रोगन का एक बड़ा बयान सामने आया है जहां उन्होंने यूएनएससी यानी कि संयुक्त राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद को लेकर एक बड़ा बयान दिया है।
भारत का विरोध करते थे तुर्कीए के राष्ट्रपति
बता दे कि तुर्कीए के राष्ट्रपति ने भारत को लेकर एक ऐसा बयान दिया है जो काफी हैरान करने वाला है उन्होंने कहा है कि अगर भारत को यूएनएससी का स्थायी सदस्य बनाया जाता है तो उनका देश तुर्कीए काफी गर्व महसूस करेगा। हालांकि उन्होंने यह भी कहा है कि सभी गैर स्थाई सदस्य को भी इस सुरक्षा परिषद का सदस्य बनने का मौका दिया जाएगा। जहां उन्होंने मीडिया कर्मियों के सवालों का जवाब देते हुए सारी बातें कही है। बता दे की वर्तमान में अभी यूएनएससी के सिर्फ पांच सदस्य हैं जिसमें चीन फ्रांस रूट ब्रिटेन और अमेरिका शामिल है इन पांचो देश का जिक्र कर उन्होंने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि दुनिया इन पांच देशों से काफी ज्यादा बड़ी है। उन्होंने आगे कहा कि हमें गर्व महसूस होगा अगर भारत जैसे देश संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्थाई सदस्य बनते हैं इतना ही नहीं बल्कि कश्मीर जैसे मुद्दों पर पाकिस्तान का साथ देने वाले तुर्कीए के राष्ट्रपति के मुंह से यह बातें सुनकर देश की जनता काफी हैरान रह गई। क्योंकि तुर्की को कई बार पाकिस्तान का सराहना करते हुए देखा जा चुका है। जसकरण भारत की जनता और कई मीडिया कर्मियों को उनके इस बयान को लेकर काफी हैरानी हुई।