Diwali 2024: दिवाली के बाद बढ़े प्रदूषण से इन लोगों को होती हैं ज्यादा परेशानी

Ritika Jangid

रोशनी का त्योहार दिवाली सभी को पसंद होता है। हर कोई खुशियों को अपने अंदाज में अपने-अपने ढंग से मनाते हैं। पटाखे भी इसका हिस्सा हैं

Source-Pexels

लेकिन पटाखों के धुआं से त्योहार के दौरान हवा जहरीला बन जाती है। वहीं, दिवाली के दूसरे दिन कई शहर धुआं-धुआं हो जाते है। दरअसल, ठंड की वजह से प्रदूषण के कण नीचे होते हैं और ये नुकसानदायक होते हैं

Source-Pexels

इस कारण प्रदूषण पर्यावरण को काफी नुकसान पहुंचाता है, साथ ही बच्चे, बुजुर्ग और बीमार लोग भी इसकी शिकस्त में आते हैं। इस दौरान सांस लेने में तकलीफ, आंखों में जलन और स्किन डिजीज के मरीज बढ़ जाते हैं

Source-Pexels

आइए इस जानते हैं कि दिवाली के बाद किन लोगों को कौन-कौन सी समस्याएं हो सकती हैं और क्यों?

Source-Pexels

स्मॉग से बच्चे अस्थमा, निमोनिया, क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज के शिकार हो जाते हैं, क्योंकि वह बाहर ज्यादा खेलते हैं, जिसके चलते वह सबसे ज्यादा एक्सपोज होते हैं

Source-Pexels

ठंड में सांस के मरीजों की भी संख्या बढ़ जाती है। क्योंकि स्मॉग के कारण अस्थमा या पुरानी सांस की बीमारी लौट आती है। इसी वजह से ऐसे लोगों को तकलीफ होती है

Source-Pexels

स्मॉग के कारण ऐसे मरीजों को हार्ट अटैक या पैरालिसिस भी हो सकता है। इसलिए इन मरीजों को बहुत ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है

Source-Pexels

बुजुर्गों का इम्यून सिस्टम काफी कमजोर होता है और प्रदूषण बढ़ने से उन्हें तकलीफ का सामना करना पड़ सकता है। हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ जाता है

Source-Pexels

स्मॉग नाक और गले के संक्रमण को बढ़ा देता है। बुजुर्गों को सांस लेने में भी काफी समस्या होती है। फेफड़ों में सूजन आ जाती है। इसलिए इन्हें प्रदूषण से बचाना जरूरी है

Source-Pexels