Rahul Kumar
दिल्ली सरकार बढ़ते प्रदूषण के स्तर से निपटने के लिए लगातार जमीनी स्तर पर काम कर रही है।
चाहे धूल प्रदूषण हो, वाहन प्रदूषण हो या बायोमास जलाना हो, हमारी टीमें लगातार जमीनी स्तर पर इन तीनों को लक्षित करने के लिए काम कर रही हैं।
धूल प्रदूषण से निपटने के लिए दिल्ली सरकार पूरे शहर में 200 मोबाइल एंटी-स्मॉग गन तैनात करेगी, जो आठ-आठ घंटे की तीन शिफ्टों में काम करेंगी और धूल के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करने के लिए हर विधानसभा क्षेत्र में पानी का छिड़काव करेंगी।
धूल प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए कल हमने दिल्ली की सड़कों पर 200 मोबाइल एंटी-स्मॉग गन उतारी हैं, जिनसे हर विधानसभा क्षेत्र में चारों तरफ पानी का छिड़काव किया जाएगा।
पानी का छिड़काव किया जा रहा है। पहले एक शिफ्ट में 8 घंटे छिड़काव किया जाता था।
अब इसे 8 घंटे की 3 शिफ्टों में बांट दिया गया है ताकि नियमित और बड़े पैमाने पर पानी के छिड़काव से धूल प्रदूषण को नियंत्रित किया जा सके।
वाहनों से होने वाले प्रदूषण के लिए हमने 'रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ' अभियान शुरू किया है और हमने ऑटो पर स्टिकर अभियान भी बढ़ा दिया है।
सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में शनिवार सुबह 7 बजे AQI 296 दर्ज किया गया।