देव दीपावली पर गंगा स्नान करते समय न करें ये 6 भूल

Aastha Paswan

आज 15 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा है, इस दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व बताया गया है.

हिंदू धर्म के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा को गङ्गा स्नान और त्रिपुरी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है.

कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान-दान करने से पूरे वर्ष गंगा स्नान करने का विशेष पुण्य लाभ, फल मिलता है.

स्पिरिचुअल लीडर शिवम साधक महाराज के अनुसार, गंगा स्नान करते समय कुछ गलतियां करने से बचें वरना पुण्य की बजाय पाप लगेगा.

अशुद्ध अवस्था में गंगा स्नान न करें, घर या होटल से नहा कर जाएं तब गंगा जी में प्रणाम करके प्रवेश करें.

गंगा स्नान करते समय मल-मूत्र का प्रित्याग या थूकने से बचें, नहीं तो अनेक योनियों में आपको भटकना पड़ सकता है.

स्नान करने के बाद गंगा जी में अपने वस्त्रों को धोने की गलती न करें वरना आपको नरक की प्राप्ति निश्चित होगी.

स्नान करें तो कुल्ला न करें, मुंह में गए पानी को पी जाएं. शरीर पर लगे जल को तौलिया से न पोछें, खुद सूखने दें.

गांग स्नान करते समय 7 बार डुबकी अवश्य लगाएं. घर आएं तो उस दिन न नहाएं, दूसरे दिन ही स्नान करना चाहिए.