सावन के पवित्र महीने की शुरुआत 22 जुलाई से हो रही है। यह महीना भगवान शिव को समर्पित होता है। इस महीने में शिव जी की पूजा विधि-विधान से की जाती है।
सावन महीने में भक्तगण शिव जी को प्रसन्न करने के लिए विशेष उपाय करते हैं। शिव जी की पूजा करते समय गन्ने का रस, बेलपत्र, इलायची, लौंग, दूध, गंगाजल आदि अर्पित की जाती हैं।
वहीं, कुछ ऐसी चीजें भी बताई गई हैं, जिनको सावन में अर्पित नहीं करना चाहिए। इन चीजों को अर्पित करने से पूजा का शुभ फल नहीं प्राप्त होता है।
शिव जी को केतकी और कमल का फूल अर्पित नहीं करना चाहिए। इन फूलों को अर्पित करने से शिव जी नाराज होते हैं।
वहीं, भगवान शिव को हल्दी भी अर्पित नहीं करना चाहिए। इसे अर्पित करना अशुभ माना जाता है और भगवान शिव की नाराजगी झेलनी पड़ती है।
नारियल माता लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है और जगत के पालनहार श्रीहरि विष्णु से भी इसका संबंध माना जाता है, इसलिए इसे भगवान शिव को नहीं अर्पित करना चाहिए।
भगवान शिव को रोली और सिंदूर अर्पित नहीं करना चाहिए, क्योंकि ये सुहाग और सौंदर्य के प्रतीक माने जाते हैं। भगवान शिव को स्त्री के सुहाग से जुड़ी सामग्री नहीं अर्पित करनी चाहिए।
शिव जी की पूजा में तुलसी के पत्तों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से शिव जी नाराज होते हैं और परेशानियों का सामना करना पड़ता है।