जीवन में चाहिए परिवर्तन तो जान लें महादेव के ये संदेश
Ritika Jangid
भगवान शिव को देवों के देव महादेव कहा जाता है। सावन उनका पसंदीदा समय होता है। उन्हें उनके व्यक्तित्व के कई गणों के कारण सबसे श्रेष्ठ माना जाता है
भगवान शिव के बारे में आप जितना जानेंगे उतना ही उनके विचारों से प्रभावित होंगे, आइए जानते हैं उनके कुछ संदेश
भगवान शिव कभी बिल्कुल शांत स्वभाव के होते हैं तो कभी बेहद क्रोधी। ऐसे में उनसे सीखा जा सकता है कि कैसे जीवन में संतुलन लाना है
नकारात्मकताओं से गुजरते हुए भी सकरात्मक बने रहना, समुद्र मंथन से निकला विष महादेव ने पिया। इससे एक सबक मिलता है कि हम नकारात्मकाओं को अंदर रखकर उनसे गुजर सकते हैं
महादेव एक बार ध्यान में बैठ जाएं, तो दुनिया इधर की उधर हो जाए लेकिन उनका ध्यान नहीं हटता। ऐसे में उनका ये गुण अपनाकर खुद को नियंत्रित रखना सीखें
जीवन के हर रूप में खुलकर जीना शिव सीखाते हैं। वे हर रूप में बिल्कुल अलग हैं, फिर वो रूप तांडव करते हुए नटराज हों, विष पीने वाले नीलकंठ या सबसे पहले प्रसन्न होने वाले भोलेनाथ का। वे हर रूप में जीवन को सही राह देते हैं
बाहरी सुंदरता की जगह गुणों को चुनना शिव का संपूर्ण रूप देखकर ये संदेश मिलता है कि हम जिन चीजों को हम अपने आसपास भी नहीं देख सकते हैं उसे उन्होंने बड़ी आसानी से अपनाया है
अपनी प्राथमिकताओं को समझना शिव से कोई सीखें। उन्होंने अपनी पत्नी से प्रेम और सम्मान को सबसे ऊपर रखने के साथ अपने मित्र और भक्तों को भी उचित स्थान दिया है