रक्षाबंधन से जुड़े कुछ ऐसी रोचक बातें, जो शायद ही कोई जानता हो

Anshu

दिनांक 19 अगस्त दिन सोमवार को रक्षाबंधन का पावन पर्व है 

अगर आप को भी नहीं पता क्यों मनाया जाता है रक्षाबंधन का पर्व तो इस स्टोरी को लास्ट तक जरूर देखें 

रक्षाबंधन शब्द “रक्षा” और “बंधन” शब्दों से मिलकर बना है, “रक्षा” का अर्थ है “सुरक्षा” और “बंधन” का अर्थ है “बंधन”,इस प्रकार, रक्षाबंधन का अर्थ है “सुरक्षा का बंधन”

हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, जब भगवान इंद्र राक्षसों से लड़ने जा रहे थे, तो उनकी पत्नी इंद्राणी ने उनकी कलाई पर एक धागा बांधा था

रक्षा बंधन को देशभर में “राखी पूर्णिमा”, या “राखी”, या “राखरी” के नाम से भी जाना जाता है

नेपाल के पहाड़ी इलाकों में, रक्षाबंधन के दौरान अपने गुरु के हाथ में राखी बांधने की परंपरा हैं

मराठी समुदाय में, रक्षाबंधन का पर्व कुछ अनोखी परंपराओं के साथ मनाया जाता है, जिनमें जनेऊ बदलना और समुद्र की पूजा करना शामिल हैं

रक्षा बंधन, सावन का आखिरी दिन होता है, इसी कारण इसे श्रावणी (सावनी) या सलूनो भी कहा जाता है

महाराष्ट्र राज्य में रक्षा बंधन को नारियल पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है

केवल भारत में ही नहीं बल्कि रक्षा बंधन का त्यौहार नेपाल और मॉरिशस में भी मनाया जाता है

राखी हमेशा दाहिने हाथ की कलाई पर बाँधी जाती है, इसके पीछे कई धार्मिक,आध्यात्मिक और वैज्ञानिक कारण हैं

भगवान शिव के दर्शन के लिए हिंदुओं की सबसे पवित्र तीर्थयात्राओं में से एक अमरनाथ यात्रा, गुरु पूर्णिमा को शुरू होती है और रक्षाबंधन के दिन समाप्त होती है 

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