राजीव गांधी से जुड़े कुछ ऐसे कार्य, जिसके लिए आज भी करता है भारत उन्हें याद
Anshu
कांग्रेस ने आज पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को उनकी 80वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की
राजीव गांधी का जन्म 20 अगस्त 1944 को बम्बई में हुआ था, वे सिर्फ तीन वर्ष के थे जब भारत स्वतंत्र हुआ और उनके दादा स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री बने
राजीव गांधी ने मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई लन्दन के इम्पीरियल कॉलेज से की
राजीव गांधी को बचपन से ही हवाई उड़ान का शौक था, जिसके लिए उन्होंने दिल्ली फ्लाइंग क्लब की प्रवेश परीक्षा पास की एवं वाणिज्यिक पायलट का लाइसेंस प्राप्त किया था
संजय गाँधी की मृत्यु के बाद उन्होंने राजनीती में प्रवेश लिया वो भी अमेठी लोकसभा सीट से जो की उनके भाई की मृत्यु के बाद खाली हुई थी, और जीत दर्ज की
40 वर्ष की उम्र में प्रधानमंत्री बनने वाले राजीव गांधी भारत के सबसे कम उम्र के प्रधानमंत्री थे
उनकी माता जी इंदिरा गांधी की मौत के बाद उन्होंने चुनाव करने का आदेश दिया, इस चुनाव में भारी मत कांग्रेस पार्टी को मिला
इस चुनाव में कांग्रेस को पिछले सात चुनावों की तुलना में वोट अधिक अनुपात में मिले और पार्टी ने 508 में से रिकॉर्ड 401 सीटें हासिल कीं
राजीव गांधी द्वारा ही वोटिंग उम्र 21 वर्ष से घटाकर 18 वर्ष की गई थी, जिससे उस समय नए 5 करोड़ युवा वोटर बने थे
दूरसंचार क्रांति लाने का श्रेय भी राजीव गांधी को जाता है इनके द्वारा ही MTNL की स्थापना की गई, साथ ही साथ इनको दूरसंचार क्रांति का जनक भी कहा जाता है
कंप्यूटर क्रांति का लाने का श्रेय भी राजीव गांधी को जाता है और उनके मित्र सैम पित्रोदा द्वारा कंप्यूटर को आम जनता तक पहुँचाने का कार्य किया
साल 1991 में तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में एक चुनावी सभा के दौरान लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम के एक आत्मघाती हमलावर द्वारा उनकी हत्या कर दी गई थी