संसद में बैठने का 'प्रोटोकॉल' कैसे होता है तय ? जानिए सबकुछ
Shubham Kumar
'रूल्स ऑफ़ प्रोसीजर एंड कंडक्ट ऑफ़ बिज़नेस' के रूल 4 के मुताबिक लोकसभा का अध्यक्ष ही तय करते हैं
दरअसल, संसद में कौन कहाँ बैठेगा यह पूरी तरह से संसद रूल बुक के मुताबिक़ तय फॉर्मूले से होता है
रूल बुक के चैप्टर 9 के डायरेक्शन 122 ( ए ) के सांसदों की संख्या और सिटिंग कैपेसिटी के आधार पर सीट अलॉट की जाती है
लोकसभा को 8 ब्लॉक और 12 रो में बांटा गया है
पार्टी के सांसद X पंक्ति की कुल सीटें संसद में कुल सांसदों की संख्या
उदाहरण के लिए, BJP की कुल 240 सांसद हैं, तो पहली रो में BJP की संख्या = 240 x 20 543 यानी 8 होगी
इसके बाद पार्टियां अपने हिसाब से सीट बांटती है, इसमें भी पार्टी प्रमुख और वरिष्ठ नेताओं को आगे की सीट दी जाती है
संसद में सत्ताधारी पार्टी राइट साइड और विपक्ष के सांसद लेफ्ट साइड बैठते हैं
स्पीकर के ठीक सामने नीचे बैठने वाले टेबल एरिया 'वेल्स ऑफ़ द हाउस' कहा जाता है