आपने कई खबरों में बादल फटने की खबरों के बारे में सुना होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं ऐसा क्यों होता है? अगर नहीं तो अब जान लीजिए
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बता दें कि बादल फटने की घटना लगभग पृथ्वी से 15 किलोमीटर की ऊंचाई पर घटती है, जिस कारण जब वर्षा होती है तो वह 100 मिलीमीटर प्रति घंटा की दर से होती है
बादल का फटना या क्लाउडबर्स्ट का आसाना भाषा में मतलब, बहुत कम समय में एक सीमित दायरे में अचानक बहुत भारी बारिश होना है
मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, ऐसे में अगर किसी क्षेत्र में 20-30 वर्ग किमी दायरे में एक घंटे में 100 मिलीमीटर बारिश होती है तो उसे बादल का फटना कहा जाता है
घनत्व बढ़ने से जोरदार आवाज के साथ बादल फटता है और फिर एक दम से तेज बारिश शुरु हो जाती है
बादल के अंदर का ठंडा तापमान इस नमी को तरल में बदल देता है, ये दल, लाखों, अरबों या खरबों छोटी पानी की बूंदों के रुप में मौजूद होते हैं
मानसूम में मौसम में सफेद बादलों की जगह दिखने वाले काले बादल ही पानी बरसाते हैं